चेन्नई निगम: तमिल नाम बोर्ड न लगाने पर व्यापार लाइसेंस होगा निलंबित

चेन्नई निगम जल्द ही उन दुकानों के व्यापार लाइसेंस निलंबित करने की योजना बना रहा है जो तमिल भाषा में नाम बोर्ड प्रदर्शित नहीं करती हैं। यह पहल तब की जा रही है जब राज्य सरकार तमिल भाषा को दुकानों के साइनेज में अनिवार्य रूप से लागू करने के लिए कड़े नियमों को सख्ती से लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
इस नियम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक इस सप्ताह आयोजित की जाएगी।
नए नियम और अनुपालन की शर्तें
तमिलनाडु शहरी स्थानीय निकाय नियम 2023 के तहत, ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (GCC) को यह अधिकार है कि यदि कोई दुकान नियमों का पालन नहीं करती है, तो उसका व्यापार लाइसेंस रद्द या निलंबित किया जा सकता है।
- चेन्नई में हर साल लगभग 70,000 दुकानों को व्यापार लाइसेंस जारी किए जाते हैं।
- शहर के सभी 15 क्षेत्रों में यह नियम लागू किया जाएगा।
- दुकानदारों को 5:3:2 के अनुपात में तमिल, अंग्रेजी और तीसरी भाषा में साइनेज लगाने की शर्त को पूरा करना होगा।
लाइसेंस निलंबन की प्रक्रिया
चेन्नई निगम इस सप्ताह से दुकानों के निरीक्षण की योजना बना रहा है। यदि कोई दुकान नियमों का उल्लंघन करती पाई गई, तो निगम द्वारा लिखित नोटिस जारी किया जाएगा।
- दुकानदारों को 7 दिनों का समय दिया जाएगा कि वे यह स्पष्ट करें कि उनका लाइसेंस क्यों न निलंबित किया जाए।
- निगम व्यापारियों के जवाबों की समीक्षा करेगा और उनके पक्ष को सुनने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
- यदि लाइसेंस निलंबित किया जाता है, तो सभी शर्तें पूरी करने के बाद उसे दोबारा बहाल किया जा सकता है।
शहरी क्षेत्रों में तमिल नामकरण को बढ़ावा
राज्य सरकार न केवल दुकानों बल्कि आवासीय अपार्टमेंट और वाणिज्यिक परिसरों में भी तमिल भाषा में नामकरण को प्रोत्साहित करने की योजना बना रही है।
- चेन्नई, कोयंबटूर, त्रिची और मदुरै जैसे शहरों में तमिल साइनेज का उपयोग बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
- शहरी स्थानीय निकायों को यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं कि तमिल नाम बोर्ड का पालन किया जाए।
पार्षदों की मांग और व्यापारिक क्षेत्रों की स्थिति
चेन्नई नगर निगम के कई पार्षदों ने तमिल नाम बोर्ड के प्रचार को बढ़ाने की मांग की है।
- वार्ड 35 के पार्षद एस. जीवन के अनुसार, केंद्रीय व्यापार जिले में कई दुकानों ने अब तक इस नियम का पालन नहीं किया है।
- निगम द्वारा सख्ती से निरीक्षण और कार्रवाई किए जाने की उम्मीद है ताकि सभी व्यापारी तमिल भाषा के उपयोग को अनिवार्य रूप से अपनाएं।