-घायल बेटे को लेकर डीएम के दरबार पहुंचा किसान, डीएम ने दिये जांच के आदेश
फिरोजाबाद। आयुष्मान कार्ड उपलब्ध होने के बाद भी चिहिंत अस्पतालों द्वारा निःशुल्क उपचार नहीं करने से परेशान एक किसान अपनी गुहार लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गया। किसान की फरियाद पर डीएम ने तत्काल घायल को उपचार के लिये जिला अस्पताल भेजा। वहीं आयुष्मान कार्ड धारक को उपचार नहीं दिये जाने के मामले में जांच के निर्देश दिये हैं।
मामला थाना जसराना क्षेत्रांर्गत गांव नगला पदम से जुड़ा है। गांव निवासी चरण सिंह का पुत्र राघव कुछ दिन पहले एक सड़क हादसा में गंभीर रूप से घायल हो गया था। आयुष्मान कार्ड धारक चरण सिंह का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की महत्वाकांक्षी योजना के तहत निःशुल्क उपचार कराने को चिहिंत अस्पतालों ने उसके पुत्र का उपचार नहीं किया। अस्पताल प्रशासन ने बल्कि कार्ड का मजाक बना दिया। बेटे की जिंदगी बचाने के लिए उपचार में खर्च होने वाली धनराशि का प्रबंध करने को उसे अपना खेत को गिरवी रखना पड़ा। वहीं धनराशि खर्च होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने घायल युवक की छुट्टी कर दी।
अस्पतालों के रवैया से परेशान चरण सिंह बृहस्पतिवार को अपने घायल बेटे को लेकर डीएम कार्यालय पहुंच गया। जानकारी होने पर जिलाधिकारी रवि रंजन मौके पर पहुंचे। और पीड़ित पिता की आपबीती सुनीं। डीएम ने घायल युवक को उपचार के लिये तत्काल एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल भेजा है। वहीं आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी निःशुल्क उपचार नहीं देने वाले अस्पतालों की जांच के निर्देश दिये हैं