-प्रसूता की मौत से पहले नहीं जागता स्वास्थ्य विभाग, फिरोजाबाद-शिकोहाबाद बना हव
फिरोजाबाद। जनपद में फिरोजाबाद, शिकोहाबाद और टूंडला सहित अन्य कसबों में भी फर्जी तरीके से अस्पताल खुल रहे हैं। सर्विस रोड के सहारे और स्टेशन रोड पर कई हॉस्पीटल खुल गये हैं। जहां ना तो कोई विशेषज्ञ डॉक्टर है और ना ही ऑपरेशन के उपकरण। स्वास्थ्य विभाग आंख मूंदे इन्हें बढ़ते हुए देख रहा है। उसकी नींद तब टूटती है, जब अस्पताल में प्रसूता की मौत हो जाती है। इसके बाद भागदौड़ कर मात्र उसी अस्पताल तक सीमित कार्यवाही कर इतिश्री कर लेता है।
जनपद में विगत माह से आज तक लगभग छह महिलाओं की इन तथाकिथत अस्पतालों में डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही से जान जा चुकी है। इसमें से स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुछ को घटना के बाद सील भी कर दिया है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन इन बढ़ते हुए अस्पतालों पर अंकुश क्यों नहीं लगा पा रहा है। क्या यह अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की बगैर परमीशन के खुल रहे हैं अथवा स्वास्थ्य विभाग आंख बंद कर इन्हें बढ़ावा दे रहा है। मामला तब सामने आता है जब अस्पताल में प्रसव कराने आने वाली महिला की मौत हो जाती है। परिजन हंगामा काटते हैं और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाते हैं।
स्वास्थ्य विभाग की महिलाओं, प्रसूताओं की मौत का इंतजार करता है। जैसे ही महिला की मौत की खबर मिलती है, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सक्रिय हो जाते हैं और अस्पताल को सीज कर अपने कर्तव्य पूर्ति की इतिश्री कर बैठ जाते हैं। और फिर किसी दूसरी महिला की मौत का इंतजार करने लगते हैं। अगर स्वास्थ्य विभाग पहले से ही सचेत रहे तो प्रसूताओं की जान को बचाया जा सकता है। लेकिन इस तरफ किसी स्वास्थ्य अधिकारी अथवा प्रशासनिक अधिकारी का कोई ध्यान नहीं है।