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शिकोहाबाद: धरती पुत्र के साथी को श्रद्वांजली देने पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव

शिकोहाबाद। पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा मुखिया अखिलेश यादव शुक्रवार सायं पांच बजे सपा के वरिष्ठ नेता एवं सपा से विधानसभा प्रत्याशी रहे लाखन सिंह के निधन पर उनके आवास पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे। सर्वप्रथम दिवंगत नेता के चित्र पर पुष्प अर्पित किये और फिर उनके परिजनों से मिल कर उन्हें ढांढस बंधाया। लगभग 20 मिनट रुकने के बाद आगरा के लिए रवाना हो गये।

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं जिला पंचायत सदस्य लाखन सिंह के निधन की जानकारी होने पर शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनके आवास मेला वाला बाग पहुंचे और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए कामना की। उन्होंने चित्र पर पुष्प अर्पित किए और परिजनों तथा सपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की। इसके बाद वह आगरा के लिए रवाना हो गये। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मीडिया से कोई चर्चा नहीं की। इस अवसर पर लाखन सिंह यादव के पुत्र अवनेश, धनवेश और अनिल कुमार यादव के साथ उनके परिजनों से मिले और उन्हें ढांढस बंधाया। यहीं सपा के वरिष्ठ नेताओं से भी वार्ता की और फिर आगे के कार्यक्रम के लिए रवाना हो गये।

इस अवसर पर जेएस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. सुकेश यादव, प्रति कुलाधिपति डॉ. पीएस यादव, डायरेक्टर डॉ. गौरव यादव, पूर्व एमएलसी डॉ. दिलीप यादव, विधायक डॉ. मुकेश वर्मा, अब्दुल वाहिद, जिलाध्यक्ष रमेश चंद्र चंचल, महानगर अध्यक्ष योगेश गर्ग, डॉ. गौरव यादव, डॉ. विनोद यादव, प्रोफेसर अजब सिंह यादव, डॉ. सुखेंद्र यादव, आदर्श यादव (धन्नू), के.वी यादव, गौरव यादव, बिन्नी मित्तल, कर्मवीर यादव, राममोहन यादव, पिंकी, विजय आर्या, श्रीनाथदेव यादव, मंशाराम यादव, हाकिम सिंह, सोनवीर यादव सहित बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री के अंगरक्षक ने की विधायक से धक्का मुक्की

कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री के अंगरक्षक ने भीड़ को हटाने के लिए वहां खड़े विधायक डॉ. मुकेश वर्मा के साथ धक्का-मुक्की कर दी। जब अखिलेश की नजर पड़ी तो उन्होंने अंगरक्षक से मना किया। भीड़ होने के कारण अंगरक्षकों को काफी धक्का-मुक्की करनी पड़ी। वहीं जब पूर्व मुख्यमंत्री कमरे में गये, तो अंगरक्षकों ने विधायक को नहीं जाने दिया। कुछ देर बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने उन्हें अंदर बुलाया। भीड़ को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मीडिया से भी बात नहीं कर सके। जिसके चलते मीडियाकर्मी मायूस हो गये।

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