फिरोजाबाद। नगर निगम बोर्ड की बैठक में बृहस्पतिवार को जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों ने लामबंदी कर धरना देकर नारेबाजी की। बोर्ड बैठक के दौरान सदन में रखे गए 13 में से 11 प्रस्तावों को हरी झंडी मिल गई। इसके साथ ही 4.98 अरब के पुनरक्षित बजट को भी अनुमोदन मिला। बोर्ड बैठक में खास बात निगम विस्तार से जुड़ा प्रस्ताव रहा। बोर्ड की मुहर लगने के बाद निगम क्षेत्र में 14 नई ग्राम पंचायतों को शामिल करने संबंधी विधिक अड़चनें दूर हों गई हैं।
नगर निगम की पांचवीं बोर्ड बैठक बृहस्पतिवार को जीवाराम हॉल में हुई। बैठक की शुरूआत में विभिन्न वार्डों में नव निर्माण से जुड़े विकास कार्य, अतिक्रमण, खराब स्ट्रीट लाइटों और सफाई व्यवस्था से जुड़े मुद्दे क्षेत्रीय पार्षदों द्वारा उठाए गए। हालांकि इस दौरान विकास कार्यों में भेदभाव के आरोप-प्रत्यारोप के बीच सत्ता व विपक्षी गुट के पार्षदों में जमकर नोकझोंक हुई। अन्य पार्षदों ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर स्थिति को संभाला। वहीं वार्ड संख्या 51 के पार्षद इमरान मंसूरी द्वारा खुद व पूर्व में पार्षदों के विरुद्ध एफआईआर व जेल भेजने का मुद्दा उठाया। वैसे ही सदन का माहौल गरर्मा गया। एफआईआर व जेल भेजने के मुद्दे पर अधिकांश पार्षद एकजुट नजर आये।
पार्षदों ने निगम के टैक्स विभाग में कार्यरत छकौड़ी लाल नामक कर्मचारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। कर्मचारी पर कार्रवाई की मांग को लेकर कई पार्षद सदन के भीतर ही धरना पर बैठ गए। जिस पर महापौर एवं नगर आयुक्त ने कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया। पार्षदों ने निगम के जन्म-मृत्यु पंजीकरण विभाग में प्रमाणपत्र जारी करने में लेट लतीफी और भ्रष्टाचार की शिकायत भी की। पार्षद नीटू शर्मा के उठाए मुद्दे को अन्य पार्षदों सुनील मिश्रा आदि का भी सहयोग मिला। जिस पर महापौर और नगर आयुक्त ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण विभाग में तैनात कर्मचारियों को हटाने का भरोसा दिया।
हालांकि बैठक के अंतिम चरण में रखा गया निगम सीमा विस्तार के प्रस्ताव पर पार्षद अजय गुप्ता ने विरोध जताया। लेकिन उन्हें अन्य पार्षदों का समर्थन हासिल नहीं हुआ। जिस पर सदन ने कार्यकारिणी में अनुमोदित शहरी सीमा से सटी 14 ग्राम पंचायतों को निगम में शामिल करने संबंधी प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। हालांकि इस दरम्यान अजय गुप्ता अपना विरोध प्रकट करते हुए सदन से बाहर निकल गए। महापौर एवं नगर आयुक्त ने निगम सीमा विस्तार संबंधी प्रस्ताव को पास घोषित कर दिया। इसके तत्काल बाद ही सदन में जन गण मन के स्वर सुनाई देने लगे। बैठक में महापौर कामिनी राठौर, नगर आयुक्त ऋर्षिराज, उपसभापति विजय शर्मा के अलावा पार्षदगण एवं अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।