जल्दी पदोन्नति पाने के 3 बड़े रहस्य – अनुपम मित्तल के सुझाव

तेजी से पदोन्नति पाने के 3 बड़े रहस्य – अनुपम मित्तल के सुझाव
Shaadi.com के संस्थापक और शार्क टैंक जज अनुपम मित्तल ने हाल ही में कार्यस्थल पर जल्दी पदोन्नति पाने के कुछ जरूरी टिप्स साझा किए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सिर्फ वफादारी से पदोन्नति नहीं मिलती।
उन्होंने लिंक्डइन पर पोस्ट करते हुए लिखा –
“पहले, कार्यकाल = पदोन्नति का नियम चलता था। अगर आप कंपनी के प्रति ‘वफादार’ थे, तो आपको आगे बढ़ने का मौका मिलता था। लेकिन समय बदल चुका है। अब 5 साल काम करने का मतलब यह नहीं कि आपको प्रमोशन मिलेगा।”
जल्दी पदोन्नति के लिए अनुपम मित्तल के 3 बड़े रहस्य
1. अनुभव से ज़्यादा गति और चपलता (Agility > Experience)
आज की दुनिया तेजी से बदल रही है। बाजार 10 गुना रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। अगर आप किसी नई चीज़ को सीखने, योजना बनाने और उसे अपनाने में महीनों लगा देंगे, तो आप पहले ही पिछड़ चुके होंगे।
“जो लोग तेजी से सीखते हैं और उसे लागू करते हैं, वही आगे बढ़ते हैं।”
2. गति से अधिक प्रगति (Progress > Speed)
सिर्फ लंबे समय तक मेहनत करने से सफलता नहीं मिलती।
अनुपम मित्तल ने कहा –
“मैंने हफ्ते में 90 घंटे काम किया, लेकिन कोई खास नतीजा नहीं निकला। वहीं, एक सोच-समझकर बनाई गई योजना ने महीनों की मेहनत से ज्यादा फायदा दिया।”
💡 सिर्फ काम में व्यस्त रहना, प्रगति नहीं है। जो लोग वास्तव में आगे बढ़ते हैं, वे हर हफ्ते अपने लक्ष्यों की समीक्षा करते हैं और अपने परिणामों को मापते हैं।
3. अधिकार से अधिक स्वामित्व (Ownership > Authority)
“काम का माहौल स्कूल की कक्षा जैसा नहीं होता, जहाँ सिर्फ उपस्थिति से नंबर मिलते हैं।”
अगर आप बस आदेश मानते हैं, बिना खुद निर्णय लिए, तो आप जल्दी आगे नहीं बढ़ सकते। आपको स्वयं पहल करनी होगी, निर्णय लेने होंगे और अपने काम की जिम्मेदारी लेनी होगी।
💡 जो लोग खुद को मालिक की तरह काम करने के लिए तैयार करते हैं, वे तेजी से आगे बढ़ते हैं।
जल्दी प्रमोशन पाने के लिए क्या करें?
✅ कंपनी के उद्देश्यों के साथ तालमेल बैठाएं।
✅ बेहतर प्रदर्शन करें और अपनी वैल्यू दिखाएं।
✅ अपने काम के लिए स्वामित्व लें और निर्णय लेने में हिचकिचाएं नहीं।
✅ जब सही समय आए, तो प्रमोशन और सही सैलरी के लिए खुद मांग करें।
💡 अनुपम मित्तल का कहना है कि अपने करियर को खुद मैनेज करें, प्रमोशन का इंतजार न करें।
“संस्थापक बनने से पहले, मैंने इस प्लेबुक का पालन किया और हमेशा आगे बढ़ता गया।” – अनुपम मित्तल