विश्व स्वास्थ्य दिवस: बच्चों के लिए पोषण का महत्व और आजीवन लाभ

विश्व स्वास्थ्य दिवस: बचपन में पोषण का महत्व और आजीवन लाभ
विश्व स्वास्थ्य दिवस (7 अप्रैल 2025) इस साल “मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार” थीम के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि स्वास्थ्य एक मौलिक अधिकार है, चाहे व्यक्ति की आयु, लिंग या आर्थिक स्थिति कुछ भी हो। इसका मकसद वैश्विक स्वास्थ्य असमानताओं को दूर करना और प्रारंभिक स्वास्थ्य देखभाल, पोषण और मानसिक स्वास्थ्य पर जोर देना है।
इस लेख में, हम बचपन में पोषण के महत्व और इसके जीवनभर के फायदों पर चर्चा करेंगे। साथ ही, हम डॉ. मेहुल सिंधा (बाल रोग विशेषज्ञ, स्टर्लिंग हॉस्पिटल, अहमदाबाद) से बातचीत के आधार पर जानेंगे कि:
- स्तनपान के क्या फायदे हैं?
- बच्चों के लिए कौन से पोषक तत्व जरूरी हैं?
- कुपोषण के संकेत और सामाजिक-आर्थिक चुनौतियाँ क्या हैं?
बचपन में पोषण क्यों जरूरी है?
1. शारीरिक और मानसिक विकास की नींव
बच्चे का पहला 5 साल उसके सम्पूर्ण विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान:
- मस्तिष्क का 90% विकास होता है।
- हड्डियाँ और मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं।
- प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यूनिटी) विकसित होती है।
अगर इस उम्र में पोषण की कमी होती है, तो बच्चे को कमजोर याददाश्त, सीखने में दिक्कत, कद न बढ़ना और भविष्य में मधुमेह, हृदय रोग जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
2. स्तनपान: जीवन की सबसे अच्छी शुरुआत
डॉ. सिंधा के अनुसार, पहले 6 महीने तक सिर्फ स्तनपान कराने से:
✅ शिशु को मिलता है पूरा पोषण – स्तनदूध में प्रोटीन, विटामिन, एंटीबॉडीज़ होते हैं।
✅ संक्रमण से बचाव – डायरिया, निमोनिया और SIDS (अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम) का खतरा कम होता है।
✅ दिमाग तेज होता है – स्तनपान करने वाले बच्चे आगे चलकर बेहतर पढ़ाई करते हैं।
✅ माँ को फायदे – स्तनपान से गर्भाशय जल्दी ठीक होता है और स्तन कैंसर का खतरा कम होता है।
ध्यान दें: अगर माँ किसी कारणवश स्तनपान नहीं करा पाती, तो डॉक्टर की सलाह से फॉर्मूला दूध दें।
बच्चों के लिए 5 जरूरी पोषक तत्व
1. आयरन
- क्यों जरूरी? खून बनाने और दिमाग के विकास के लिए।
- स्रोत: पालक, दालें, अंडा, मीट।
2. कैल्शियम + विटामिन D
- क्यों जरूरी? हड्डियों और दाँतों की मजबूती के लिए।
- स्रोत: दूध, दही, पनीर, धूप।
3. प्रोटीन
- क्यों जरूरी? मांसपेशियों और शरीर की मरम्मत के लिए।
- स्रोत: दाल, सोयाबीन, अंडा, चिकन।
4. ओमेगा-3 फैटी एसिड
- क्यों जरूरी? दिमाग और आँखों की रोशनी के लिए।
- स्रोत: अखरोट, फ्लैक्ससीड्स, मछली।
5. जिंक
- क्यों जरूरी? इम्यूनिटी बढ़ाने और घाव भरने के लिए।
- स्रोत: कद्दू के बीज, मूंगफली, चना।
कुपोषण के लक्षण: कब डॉक्टर से मिलें?
अगर बच्चे में ये संकेत दिखें, तो तुरंत एक्सपर्ट की सलाह लें:
- वजन न बढ़ना या लगातार कमजोरी।
- बार-बार बीमार पड़ना (जुकाम, बुखार)।
- चिड़चिड़ापन या सुस्ती।
- त्वचा पर सफेद दाग या बालों का झड़ना (विटामिन की कमी)।
सामाजिक-आर्थिक चुनौतियाँ और समाधान
- गरीबी: कई परिवार पौष्टिक भोजन नहीं खरीद पाते।
हल: सरकारी योजनाएँ (जैसे आंगनवाड़ी में पोषण आहार)। - जागरूकता की कमी: कुछ माता-पिता को पोषण का महत्व नहीं पता।
हल: गाँव-शहर में हेल्थ वर्कर्स द्वारा कैंप लगाना।