हमास की हठधर्मिता के बाद इजरायल ने गाजा पर किए बड़े हवाई हमले

हमास द्वारा बंधकों की रिहाई से इनकार के बाद इजरायल ने गाजा पर तेज किए हवाई हमले, पीएम नेतन्याहू ने सैन्य कार्रवाई पर दिया जोर
गाजा में युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई पर वार्ता विफल होने के बाद, इजरायल ने मंगलवार (18 मार्च) को गाजा पट्टी पर हवाई हमलों की नई लहर शुरू की।
हमले में 121 लोगों की मौत, सैकड़ों घायल
गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, इन हमलों में अब तक कम से कम 121 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों घायल हुए हैं। जनवरी में युद्ध विराम लागू होने के बाद से यह इजरायल द्वारा किया गया सबसे बड़ा सैन्य हमला है।
हमास के ठिकानों पर हमले तेज करने के आदेश
इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि हमास द्वारा और अधिक बंधकों को रिहा करने से इनकार करने के बाद सेना को उसके ठिकानों पर हमले तेज करने के निर्देश दिए गए।
अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकॉफ, मिस्र और कतर के मध्यस्थों के नेतृत्व में वार्ता किसी ठोस समझौते तक नहीं पहुंच सकी, जिसके कारण इजरायल को सैन्य कार्रवाई करनी पड़ी।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, “इजरायल अब हमास के खिलाफ अपनी सैन्य शक्ति में वृद्धि करेगा और ठोस जवाब देगा।”
हमास का पलटवार, इजरायल पर तनाव बढ़ाने का आरोप
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि इजरायल ने “युद्ध विराम समझौते को एकतरफा रूप से तोड़ दिया है” और पिछली प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने के बजाय तनाव को बढ़ाने का काम किया है।
युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई पर टकराव
गाजा में जारी इस संघर्ष को रोकने के लिए पूर्व में हुए युद्ध विराम के तहत लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले दर्जनों इजरायली बंधकों की अदला-बदली हुई थी।
हालांकि, शांति वार्ता में गतिरोध बना रहा।
- इजरायल की मांग: हमास को आगे की चर्चाओं के लिए कम से कम आधे बंधकों को पहले रिहा करना चाहिए।
- हमास की शर्त: सभी शेष बंधकों के बदले इजरायली सेना को चरणबद्ध तरीके से गाजा से पीछे हटना होगा।
हमास के पास अभी भी कई बंधक मौजूद
खुफिया सूत्रों का अनुमान है कि हमास के कब्जे में अब भी 24 जीवित बंधक और 35 अन्य बंधकों के अवशेष हैं।