शिकोहाबाद: लभौआ में जुटेंगे जादौंन राजपूत और झाल परवार की हस्तियां

-जादौंन राजपूत महासम्मेलन में शहीदों को दी जाएगी श्रद्धांजलि
शिकोहाबाद। आजादी के प्रथम युद्ध 1857 में शहीद हुए लभौआ के शहीदों के साथ ही देश की आजादी में शहीद महापुरुषों को 23 मार्च को लभौआ स्टेट में श्रद्धांजलि सभा आयोजन लभौआ के राज परिवार द्वारा किया जा रहा है। जिसमें देश के कई प्रदेशों में बसे जादौंन राजपूत और झाल राज परिवार के सदस्यों के साथ ही अन्य लोग प्रतिभाग करेंगे। कार्यक्रम की तैयारियां लभौआ स्टेट राज परिवार द्वारा की जा रही हैं। इसकी जानकारी लभौआ राज परिवार के सदस्य राजकुमार देवेंद्र प्रताप सिंह ने मीडिया को पत्रकार वार्ता में दी।
देवेंद्र सिंह झाला ने बताया कि एतिहासिक जादौंन राजपूत महासम्मेलन का आयोजन 1857 के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पूर्व में सबसे बड़ी जमींदारी चंद्रवंशी राज्य लभौआ स्टेट के बाग गांव मोहम्मदपुर लभौआ में 23 मार्च को आयोजित किया जा रहा है। जिसमें करौली स्टेट राजस्थान के वर्तमान महाराजा साहब कृष्णपाल सिंह जादौंन राजपूतों के प्रमुख हैं। क्योंकि सभी जादौंन राजपूतों की निकासी करौली राज्य से ही हुई है। वह इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे हैं। समारोह की अध्यक्षता पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह करेंगे। समारोह का आयोजन लभौआ के स्वगीर्य राजा अर्जुन सिंह के पुत्र राजकुमार देवेंद्र सिंह झाला द्वारा किया जा रहा है।
महासम्मेलन में शामिल होने वाले अतिथियों में महाराजा महाराणा रिधिराज सिंह दातां स्टेट, राजा अरिदमन सिंह भदावर स्टेट, राजा राकेश सिंह शिवगढ़ स्टेट उत्तर प्रदेश, राजा कृष्ण कुमार सिंह चूड़ा स्टेट गुजराद, युवराज विवस्वत पाल सिंह करौली राज्य, ठाकुर साहब महेंद्र सिंह दियोदर स्टेट गुजरात, किशोर सिंह (दिल्ली), डॉ. जयेंन्द्र सिंह जडेजा (मैनेजिंग ट्रस्टी अखिल गुजरात राजपूत युवा संघ, जितेंद्र सिंह सोलंकी, कुंवर साहब बरनापुर ठा. साहब रघुराज सिंह, उदय प्रताप सिंह जिलाध्यक्ष भाजपा, ठाकुर विश्वदीप सिंह, हर्षिता सुमित प्रताप सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष, अतुल प्रताप सिंह अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक फिरोजाबाद, पत्येंद्र पाल सिंह पप्पू अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक एटा शामिल होंगे। वार्ता के समय राजकुमार, देवेंद्र सिंह के अलावा, राजा प्रताप सिंह, राणा निर्मल सिंह, राणा निद्धिश प्रताप सिंह, डॉ.नीरज सिंह जादौंन उपस्थित रहे।