ChatGPT अब बना रहा है नकली आधार-पैन कार्ड! जानिए AI के गलत इस्तेमाल की चौंकाने वाली सच्चाई

ChatGPT से बन रहे हैं फर्जी आधार-पैन कार्ड! AI के दुरुपयोग की चिंताजनक खबर
हाल ही में ChatGPT की नई इमेज जनरेशन तकनीक (GPT-4o) ने इंटरनेट पर तूफान ला दिया है। इसकी मदद से लोग स्टूडियो घिबली जैसी खूबसूरत तस्वीरें बना रहे हैं, लेकिन अब एक डरावना ट्रेंड सामने आया है – AI से फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बनाना!
क्या हो रहा है?
- सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं AI जनरेटेड आधार कार्ड की तस्वीरें।
- कुछ यूजर्स ने एलन मस्क और सैम ऑल्टमैन की फोटो वाले नकली आधार कार्ड भी बनाए हैं!
- ChatGPT पैन कार्ड भी जनरेट कर रहा है, जो असली जैसे दिखते हैं।
कैसे बना रहा है ChatGPT फर्जी आधार कार्ड?
हमने खुद टेस्ट किया और देखा कि ChatGPT वास्तविक आधार कार्ड जैसी इमेज बना सकता है, हालांकि चेहरे का विवरण थोड़ा अलग होता है। सवाल यह है कि AI को आधार कार्ड के डिजाइन और फॉर्मेट की जानकारी कहाँ से मिली?
“ठीक है, तो ChatGPT आधार छवियाँ बना सकता है। यह दिलचस्प बात नहीं है। दिलचस्प बात यह है कि इसे प्रशिक्षण के लिए आधार फ़ोटो डेटा कहाँ से मिला?”
— @nutanc (Twitter/X)
OpenAI ने माना: “इसमें जोखिम है!”
OpenAI ने अपनी GPT-4o सिस्टम रिपोर्ट में स्वीकार किया है कि यह नया मॉडल पहले से ज्यादा खतरनाक हो सकता है। क्योंकि:
- यह DALL·E 3 से अलग तकनीक पर काम करता है।
- अधिक रियलिस्टिक इमेज बना सकता है।
- धोखाधड़ी, पहचान की चोरी जैसे गंभीर मामले बढ़ सकते हैं।
क्या सरकारी सिस्टम पर असर पड़ेगा?
IDfy (एक पहचान सत्यापन कंपनी) के वृजू रे का कहना है:
- आधार कार्ड का सत्यापन आसान है क्योंकि UIDAI के डेटाबेस में चेहरे और डिटेल्स मैच की जा सकती हैं।
- लेकिन पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस में चेहरे का डेटा नहीं होता, इसलिए फर्जीवाड़ा होने का खतरा ज्यादा है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
द क्वांटम हब (TQH) के रोहित कुमार ने बताया:
- AI कंपनियों को सख्त नियम बनाने होंगे।
- डिजिटल वॉटरमार्किंग और मेटाडेटा ट्रैकिंग जैसी सुविधाएँ जोड़नी होंगी।
- अगर ऐसा नहीं किया गया, तो पहचान धोखाधड़ी के मामले बढ़ सकते हैं।
क्या करें? सावधानी जरूरी!
- किसी के साथ अपना आधार/पैन कार्ड शेयर न करें।
- अगर कोई AI जनरेटेड ID कार्ड दिखाए, तो शक करें।
- सरकार और टेक कंपनियों को मिलकर इस पर काम करना होगा।