कोलोसल बायोसाइंसेज: विलुप्त भयानक भेड़ियों को वापस लाने वाली कंपनी | जेनेटिक इंजीनियरिंग क्रांति

कोलोसल: विलुप्त हो चुके भयानक भेड़ियों को वापस लाने वाली क्रांतिकारी कंपनी

क्या विलुप्त प्रजातियों को फिर से जिंदा करना संभव है?
इस सवाल का जवाब अब “हाँ” में दिया जा सकता है, और इसका श्रेय जाता है कोलोसल बायोसाइंसेज को। यह टेक्सास स्थित जेनेटिक इंजीनियरिंग कंपनी दुनिया में अपनी तरह की इकलौती है जो विलुप्त हो चुकी प्रजातियों को वापस लाने पर काम कर रही है। और अब, उन्होंने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है—भयानक भेड़ियों (Dire Wolves) को पुनर्जीवित करना!

dire wolf extinction

12,500 साल बाद वापस आए भयानक भेड़िये

भयानक भेड़िया (Dire Wolf) एक ऐसी प्रजाति थी जो लगभग 12,500 साल पहले विलुप्त हो गई थी। इन्हें HBO की मशहूर सीरीज “गेम ऑफ थ्रोन्स” ने और भी लोकप्रिय बना दिया, जहाँ ये भेड़िये स्टार्क परिवार के प्रतीक के रूप में दिखाए गए थे।

कोलोसल ने इन विशालकाय भेड़ियों के तीन शावकों को सफलतापूर्वक विकसित किया है, जिनमें दो नर (रोमुलस और रेमस) और एक मादा (खलीसी) शामिल हैं। यह न सिर्फ विज्ञान के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

कोलोसल के CEO बेन लैम ने इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा—
“मैं अपनी टीम पर गर्व से भरा हुआ हूँ। यह पहला मौका है जब हमने किसी विलुप्त प्रजाति को सफलतापूर्वक वापस लाया है, और यह साबित करता है कि हमारी तकनीक काम कर रही है।”

वैज्ञानिकों ने इसे “दुनिया की पहली सफल डी-एक्सटिंक्शन (विलुप्ति-उन्मूलन)” करार दिया है। यह सफलता भविष्य में और भी विलुप्त प्रजातियों को वापस लाने का रास्ता खोल सकती है।

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कैसे काम करती है कोलोसल की तकनीक?

कोलोसल CRISPR और जेनेटिक इंजीनियरिंग का उपयोग करके विलुप्त जानवरों के DNA को पुनर्जीवित करती है। इसके अलावा, उन्होंने “नॉन-इनवेसिव ब्लड क्लोनिंग” तकनीक का इस्तेमाल करके लुप्तप्राय लाल भेड़ियों के दो शावकों को भी क्लोन किया है।

कोलोसल का मिशन

इस कंपनी की स्थापना 2021 में बेन लैम और हार्वर्ड के प्रसिद्ध जीवविज्ञानी जॉर्ज चर्च ने की थी। शुरुआत में इसका मकसद ऊनी मैमथ (Woolly Mammoth) को वापस लाना था, लेकिन अब यह कई और विलुप्त प्रजातियों पर काम कर रही है।

कोलोसल का लक्ष्य सिर्फ जानवरों को वापस लाना नहीं, बल्कि धरती के पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित करना भी है। उनकी वेबसाइट के अनुसार—
“हम खोए हुए जंगलों को फिर से जीवित करना चाहते हैं, ताकि हमारी पृथ्वी स्वस्थ रहे।”

किन अन्य विलुप्त प्रजातियों पर काम कर रही है कोलोसल?

  1. ऊनी मैमथ (Woolly Mammoth) – इस विशालकाय जानवर को वापस लाने की कोशिशें जारी हैं।
  2. थाइलासिन (Tasmanian Tiger) – 1936 में विलुप्त हुए इस जानवर को फिर से जिंदा करने की योजना बनाई जा रही है।
  3. डोडो पक्षी – सदियों पहले विलुप्त हुए इस पक्षी को भी वापस लाने की कोशिश की जा रही है।

इस साल मार्च में, कोलोसल ने ऊनी माउस (Woolly Mouse) के DNA को सफलतापूर्वक क्लोन किया, जिससे यह साबित हुआ कि उनकी तकनीक काम कर रही है।

क्या यह भविष्य में और बड़े बदलाव ला सकता है?

अगर कोलोसल अपने मिशन में पूरी तरह सफल हो जाती है, तो यह धरती के पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से संतुलित करने में मदद कर सकती है। साथ ही, यह जैव विविधता को बचाने का एक नया रास्ता खोल सकती है।

grv.jha90@gmail.com
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गौरव झा एक अनुभवी पत्रकार हैं, जो ब्रेकिंग न्यूज़, गहरी विश्लेषणात्मक रिपोर्टिंग और खोजी पत्रकारिता में माहिर हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों, व्यापार, तकनीक और मनोरंजन जैसे विषयों पर विस्तृत कवरेज के साथ, उन्होंने सटीक और प्रभावशाली समाचार प्रस्तुत करने की अपनी अलग पहचान बनाई है। उनकी लेखनी तथ्यों पर आधारित, निष्पक्ष और शोधपरक होती है, जिससे पाठकों को विश्वसनीय और गहराई से जुड़ी हुई जानकारी मिलती है।

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