फिरोजाबाद: जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधियों पर करें सख्त कार्यवाही-डीआईजी आगरा

-डीआईजी आगरा शैलेश कुमार पांडेय ने एसएसपी संग शहर की सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
फिरोजाबाद। आगरा रेंज की कमान मिलने के बाद पहली बार जिले में आए डीआईजी आगरा शैलेश कुमार पांडेय ने जिले के सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ पुलिस लाइन सभागार में गोष्ठी की। जिसमें उन्होंने जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत अपराधियों पर कार्रवाई व कुख्यात अपराधियों की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही फरियादियों के साथ मधुर व्यवहार करने की बात कही।
बुधवार को पुलिस लाइन सभागार में डीआईजी आगरा रेंज शैलेश कुमार पांडेय ने एसएसपी सौरभ दीक्षित के साथ पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि थानों के टॉप-10 अपराधियों व संगठित गिरोह बनाकर अपराध कारित करने वाले अपराधियों, हिस्ट्रीशीटरों पर कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति को कुर्क किया जाए। महिला संबंधी अपराधों में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करें। आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त होंने वाली शिकायतों का समय से निस्तारण किया जाए। जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत जनपद में चोरों, लुटेरों, मादक पदार्थ तस्करों, अवैध असलहों, वारंटी, इनामिया व जिलाबदर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
स्थानीय स्तर पर कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं अपराध पर नियंत्रण के लिए प्रत्येक थाना प्रभारी को गांवों एवं मोहल्लों में ग्राम सुरक्षा समितियों का निर्माण कर समय-समय पर उनके साथ गोष्ठी आयोजित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पुलिस लाइन स्थित नव निर्मित बहुमंजिला इमारतों एवं आरटीसी बैरकों का निरीक्षण किया। प्रदेश उत्तर पुलिस आरक्षी भर्ती के लिए पुलिस लाइन में अभ्यार्थियों के सम्पन्न हो रहे चिकित्सीय परीक्षण का निरीक्षण किया। आगरा डीआईजी शैलेश कुमार पाण्डेय ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित के संग शहर में फ्लैग मार्च कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। वहीं नालबंद चैकी में नगर के संभ्रात नागरिकों के साथ संवाद कर शहर की शांति व्यवस्था बनाएं रखने में सहयोग करने की अपील की।
इस दौरान एसपी सिटी रविशंकर प्रसाद, एसपी ग्रामीण अखिलेश भदौरिया, सीओ सिटी अरुण कुमार चैरसिया, टूंडला सीओ विनीत कुमार के अलावा सभी सीओ व थाना प्रभारी एवं समाजसेवी हिकमत उल्ला खां, श्याम सिंह यादव, मुन्नलाल शास्त्री, रामनरेश कटारा, पं. हर्देश शर्मा आदि मौजूद रहे।