परीक्षा पे चर्चा 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरणादायक संदेश

“परीक्षा को त्योहार की तरह लें, न कि दबाव की तरह!” – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
हर साल की तरह इस बार भी परीक्षा पे चर्चा 2025 (Pariksha Pe Charcha 2025) छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों के साथ संवाद कर उनकी परीक्षाओं से जुड़ी चिंताओं को दूर करने और परीक्षा को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया।
इस लेख में हम जानेंगे कि परीक्षा पे चर्चा 2025 का मुख्य उद्देश्य, प्रमुख संदेश, छात्रों के लिए सुझाव और इस आयोजन का महत्व क्या है।
परीक्षा पे चर्चा 2025 क्या है?
“परीक्षा पे चर्चा” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसमें वे छात्रों, शिक्षकों और माता-पिता के साथ संवाद करते हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य परीक्षा के तनाव को कम करना और छात्रों को मानसिक रूप से मजबूत बनाना है।
इस वर्ष परीक्षा पे चर्चा 29 जनवरी 2025 को आयोजित की गई। यह कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुआ और इसे देशभर के लाखों छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने लाइव देखा।
परीक्षा पे चर्चा 2025 के मुख्य बिंदु
1. तनाव मुक्त परीक्षा का मंत्र
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को बताया कि परीक्षा को बोझ की तरह न लें, बल्कि इसे एक नई चुनौती के रूप में स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि जब हम किसी कार्य को खेल या त्योहार की तरह लेते हैं, तो दबाव महसूस नहीं होता।
2. आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच
मोदी जी ने परीक्षा के दौरान आत्मविश्वास बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि “स्वयं पर विश्वास करना ही सफलता की कुंजी है।”
3. डिजिटल डिस्ट्रैक्शन से बचाव
उन्होंने छात्रों को मोबाइल, सोशल मीडिया और वीडियो गेम की लत से बचने और समय का सही उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल दुनिया का सकारात्मक रूप से उपयोग करें और पढ़ाई के दौरान अनावश्यक चीजों से दूरी बनाए रखें।
4. माता-पिता और शिक्षकों की भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी ने अभिभावकों और शिक्षकों से भी अपील की कि वे बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें। उन्होंने कहा कि हर छात्र की अपनी अलग विशेषता होती है, इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों को समझना चाहिए और उन्हें सपोर्ट करना चाहिए।
5. समय प्रबंधन (Time Management)
उन्होंने छात्रों को “स्मार्ट स्टडी” करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एक समय सारणी (Time Table) बनाएं और उसमें पढ़ाई के साथ-साथ आराम और मनोरंजन के लिए भी समय निकालें।
6. असफलता से सीखें
मोदी जी ने कहा कि “असफलता कभी भी आखिरी नहीं होती, बल्कि यह सीखने का एक अवसर होती है।” उन्होंने छात्रों को असफलता से निराश न होने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पीएम मोदी के सुझाव
✔ सकारात्मक सोच रखें और आत्मविश्वास बनाए रखें।
✔ परिणाम की चिंता न करें, बल्कि प्रक्रिया पर ध्यान दें।
✔ डिजिटल उपकरणों का सीमित और सही उपयोग करें।
✔ समय का सही प्रबंधन करें और नियमित ब्रेक लें।
✔ स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, सही आहार लें और पर्याप्त नींद लें।
✔ ध्यान और योग से मानसिक शांति प्राप्त करें।
परीक्षा पे चर्चा का महत्व
- छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ता है।
- परीक्षा का तनाव कम होता है।
- समय प्रबंधन और पढ़ाई की सही रणनीति मिलती है।
- अभिभावकों और शिक्षकों को बच्चों को सही तरीके से मार्गदर्शन करने की प्रेरणा मिलती है।
- परीक्षा को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखने की सीख मिलती है।