-सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ गीता सत्संग का हुआ समापन
फिरोजाबाद। श्रीकृष्ण कृपा जीओ गीता परिवार द्वारा फिरोजाबाद क्लब में आयोजित दिव्य गीता महोत्सव का सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ विधिवत समापन हुआ।
गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज ने अंतिम दिन गीता सत्संग में कहा कि टेंशन लेना स्वयं पर निर्भर करता है, यदि सोच सकारात्मक है तो प्रतिकूलताओं में से भी अनुकूलता ढूंढ लेती है और वह सोच स्वयं को पसंद करेंगी। 10 में से 9 काम अनुकूल हो रहे हैं, लेकिन हमारी सोच जो एक काम नहीं हो रहा है उसी पर अटक जाती है। स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने उपस्थित सभी साधकों को साथ ध्यान लगाया। उन्होंने कहा कि भगवान पर जिस की कृपा होती है उसका कल्याण हो जाता है। जिस पर अपनी तेढी नजर कर लेते हैं उसका विनाश होना तय हो जाता है। सनातन धर्म में कहीं भेदभाव नहीं है, कोई छूआछूत नहीं है।
समापन के अवसर पर राहुल मुरादाबाद के वैष्णवी कला मंच द्वारा भगवान की विभिन्न लीलाओं का मंचन किया। गणेश आरती के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ मयंक भटनागर किड्स कॉर्नर द्वारा किया गया। इसके बाद भगवान विष्णु के दशावतार का अलौकिक दर्शन व भव्य स्वरूपों ने सभी साधकों का मन मोह लिया।
लव कुश लीला और द्रोपदी चीर हरण देखकर उपस्थित जन समूह की आंखें नम हो गई। राधा-कृष्ण की होली ने साधकों को नाचने पर मजबूर कर दिया। कांतारा फिल्म के गाने वराह रूपम पर शानदार प्रस्तुति दी।