फिरोजाबाद। समग्र शिक्षा समेकित शिक्षा के अंतर्गत राज्य राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ के द्वारा दिए गए आदेश के क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी फिरोजाबाद एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी शिकोहाबाद के निर्देशन में 19 दिसम्बर से 23 दिसम्बर तक परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चों से संबंधित विभिन्न कार्यों के क्रियान्वयन हेतु नामित नोडल अध्यापकों को 05 दिवसीय प्रशिक्षण कम्पोजिट विद्यालय दिखतौली, विकासखण्ड-शिकोहाबाद पर पूर्ण कराया गया।
प्रशिक्षण में 32 नोडल अध्यापकों को समावेशी शिक्षा के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों को सामान्य बच्चों के साथ एक ही कक्षा में शिक्षण कार्य कराए जाने की जानकारी प्रदान की गई। दिव्यांग छात्र-छात्राओं को सामान्य छात्र-छात्राओं के साथ एक ही शिक्षण गतिविधियों का प्रयोग कर, कैसे शिक्षा प्रदान की जा सकती है के बारे मे बताया गया। दिव्यांग बच्चों का विद्यालय में शत-प्रतिशत नामांकन एवं उनकी उपस्थिति तथा पूर्ण भागीदारी कराने हेतु प्रशिक्षण दिया गया।
समेकित शिक्षा के तहत चल रहे प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक संदर्भदाता स्पेशल एजुकेटर मृदुल किशोर झा एवं नवीन चतुर्वेदी के द्वारा बताया गया कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के अंतर्गत कुल 21 प्रकार की दिव्यांगता है। दिव्यांगता की शीघ्र पहचान व हस्तक्षेप कर दिव्यांग बच्चों को समाज में समायोंजित करते हुए समाज की मुख्यधारा से जोड़ने पर जोर दिया गया। जिससे यह बच्चे भी समाज में समरसता पूर्ण जीवन जी सके।
प्रशिक्षण में विजय सिंह खण्ड शिक्षाधिकारी शिकोहाबाद ने कहा कि समावेशी शिक्षा का उद्देश्य सभी बच्चों को शिक्षा प्रणाली में शामिल करना है। समावेशी शिक्षा के तहत सामान्य बच्चों के साथ दिव्यांग बच्चों को भी शिक्षा दी जाती है, ताकि सभी बच्चों की शिक्षा में एकरूपता कायम रहे। इस दौरान प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले समस्त नोडल शिक्षक उपस्थित रहे।