कुणाल कामरा विवाद: धमकी भरे कॉल, शिवसेना की प्रतिक्रिया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बहस

कुणाल कामरा विवाद: 500 धमकी भरे कॉल मिलने का दावा, सीएम योगी बोले- ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जन्मसिद्ध अधिकार नहीं’
राजनीतिक बयानबाज़ी और कॉमेडी के बीच बढ़ता तनाव
मशहूर स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने हाल ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर एक विवादित टिप्पणी की, जिसके बाद राजनीतिक भूचाल आ गया। स्टेज पर दिए गए उनके बयान की कड़ी आलोचना हो रही है और कई राजनीतिक दलों ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अब ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस विवाद के बाद कामरा को 500 से अधिक धमकी भरे कॉल आए हैं। इसके अलावा, महाराष्ट्र पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है, जिस पर कामरा ने एक सप्ताह का समय मांगा है।
मुंबई पुलिस की कार्रवाई
मुंबई पुलिस ने कुणाल कामरा को प्रारंभिक नोटिस भेजते हुए उनसे पेश होने की मांग की। पीटीआई को दिए बयान में एक अधिकारी ने कहा, “हमने कामरा को नोटिस जारी किया है और इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।” हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं किया गया कि उन्हें कब पेश होना होगा, लेकिन सूत्रों के मुताबिक कामरा ने एक हफ्ते की मोहलत मांगी है।
महाराष्ट्र सरकार का रुख
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस मामले पर कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ कर दिया है कि कानून के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी।
फडणवीस ने विधानसभा में बयान देते हुए कहा, “हम हास्य और व्यंग्य की कद्र करते हैं, लेकिन अगर किसी की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से अत्याचार होता है, तो सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।” उन्होंने आरोप लगाया कि कामरा ने जानबूझकर विवाद खड़ा किया और एक घटिया कॉमेडी शो प्रस्तुत किया।
बीएमसी की कार्रवाई और शिवसेना की प्रतिक्रिया
बीएमसी ने सोमवार को मुंबई के हैबिटेट स्टूडियो में एक अवैध ढांचे को गिराने का काम शुरू किया, जहाँ कामरा ने अपना विवादित स्टैंड-अप एक्ट किया था। बीएमसी ने इस कदम को नियमों के उल्लंघन के रूप में जायज ठहराया।
वहीं, शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के खार इलाके में स्थित हैबिटेट कॉमेडी क्लब पर हमला कर दिया और संपत्ति को नुकसान पहुँचाया। शिवसेना विधायक मुरजी पटेल की शिकायत पर खार पुलिस ने कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। साथ ही, शिवसेना के 40 कार्यकर्ताओं पर भी शो स्थल पर तोड़फोड़ करने का मामला दर्ज किया गया।
योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उपयोग व्यक्तिगत हमलों के लिए नहीं किया जा सकता।” उन्होंने आगे कहा, “लोगों ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को जन्मसिद्ध अधिकार मान लिया है ताकि देश को और अधिक विभाजित किया जा सके।”
कामरा को मिल रही धमकियाँ
कामरा से जुड़े सूत्रों के अनुसार, उन्हें 500 से अधिक कॉल मिले हैं, जिनमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। कामरा ने इस विवाद पर सफाई देते हुए कहा कि उन्हें अपने मजाक पर कोई पछतावा नहीं है और वह केवल कोर्ट के आदेश पर ही माफी मांगेंगे।
कामरा ने अपने बयान में कहा, “मैं माफी नहीं मांगूंगा और न ही विवाद के थमने तक बिस्तर के नीचे छिपकर बैठूंगा।” मंगलवार को उन्होंने शिवसेना कार्यकर्ताओं पर तंज कसते हुए एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें वे ‘हम होंगे कंगाल’ गाना गाते नजर आ रहे हैं।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
कामरा ने 1997 की फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के एक प्रसिद्ध गाने की पैरोडी की थी, जिसमें उन्होंने शिंदे को ‘गद्दार’ (देशद्रोही) कहा। इसके अलावा, उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीतिक उथल-पुथल पर भी व्यंग्य किया, जिसमें शिवसेना (2022) और एनसीपी (2023) में हुए विभाजन शामिल हैं।
क्या होगा आगे?
अब देखना होगा कि पुलिस और न्यायपालिका इस विवाद में क्या रुख अपनाती हैं। क्या कुणाल कामरा पर कड़ी कार्रवाई होगी या फिर यह विवाद सिर्फ राजनीतिक बयानबाज़ी तक सीमित रहेगा?