फिरोजाबाद। जसराना में सड़क चैड़ीकरण से किसानों में आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। पहले तो किसानों की जमीन पर सडक बनवा दी। लेकिन मुआवजे के नाम पर किसानों से कहा कि चैडीकरण में वक्त मिलेगा, अब उनकी जमीन पर सड़क चैड़ीकरण का कार्य शुरू करा दिया है। किसानों का कहना है कि अगर सड़क चैड़ीकरण नहीं रोका गया तो पीडब्ल्यूडी ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता धर्मसिंह यादव ने किसानों के साथ अपने आवास पर पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि सालों पहले फरिहा-घिरोर रोड पर बनाए बाईपास का मुआवजा अभी तक नहीं मिला है। बाईपास मार्ग बना दिया है, लेकिन खतौनी एवं नक्शे में जमीन किसानों के नाम दर्ज है। उन्होंने इसे गैर कानूनी ढ़ंग से अवैध कब्जा बताया। यह भू-माफिया की श्रेणी में आता है।
जसराना में फरिहा-घिरोर रोड, जसराना बाईपास, दिनौहली गोरवा रोड, मुस्तफाबाद-अवागढ़ आंशिक तथा सिरसागंज तहसील में उखरेंड-उरावर मार्ग, कौरारा गढसान मार्ग पर भी यही स्थिति है। सड़क चैड़ीकरण की धनराशि आ गई है। लेकिन किसानों की जमीन, खेती एवं आवासीय घरों के मुआवजे की धनराशि नहीं मिली है। जमीन के मालिकों को नोटिस भी नहीं दिया है।
पीडब्ल्यूडी ने कहा था कि पुराना मुआवजा चैड़ीकरण के समय देंगे, लेकिन अभी तक किसानों को मुआवजा भुगतान नहीं हुआ है। जिससे किसानों में आक्रोश है। वार्ता के दौरान जसराना के किसान मिजाजीलाल, राजपाल सिंह मौजूद रहे।