-परिजनों ने किया जमकर हंगामा, स्वास्थ्य विभाग ने सील की दुकान
फिरोजाबाद। पेट दर्द से पीड़ित गांव फतेहपुर निवासी किशोर की झोला छाप के उपचार से हालत बिगड़ गई। एटा ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने झोला छाप की दुकान पर शव रखकर हंगामा किया। उनका आरोप था कि गलत उपचार से हालत बिगड़ी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दुकान को सील कर दिया है।
12 वर्षीय ललित कुमार लोधी के बीमार पड़ने पर पिता संतोष कुमार उसे पड़ोसी गांव कुंजपुर निवासी झोला छाप मुलायम सिंह की दुकान पर लेकर आए। आरोप है कि उसने इंजेक्शन लगाया, कुछ देर बाद ललित के हाथ-पैर ऐंठने लगे। उसके बाद उसे एक और इंजेक्शन लगाया गया, लेकिन उसकी हालत नहीं सुधरी। इसके बाद झोला छाप ने मरीज को देर शाम एटा के किसी बड़े अस्पताल में ले जाने की सलाह दी।
पिता ने बताया कि उसे एटा ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। वहां से शव को झोला छाप की बंद दुकान के बाहर लाकर गलत उपचार करने का आरोप लगाने लगे। हंगामे की जानकारी पर पुलिस पहुंची और आक्रोशित लोगों को समझा कर शांत कराया। ललित कक्षा चार का छात्र था। चार भाई-बहनों में वह तीसरे नंबर का था।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि मामले में शिकायती पत्र नहीं मिला है। वहीं सीएमओ डा. राम बदन राम के निर्देश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. सत्येंद्र चैधरी ने झोला छाप की दुकान को सील कर दिया है।