-खराब प्रगति वाले सीएचसी व पीएचसी के प्रभारी चिकित्सको को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश
फिरोजाबाद। जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा में टूंडला में सबसे धीमी गति से कार्य किया गया है। सीडीओ ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जिले की सीएचसी और पीएचसी पर इस योजना का कार्य बेहतर कराने के निर्देश दिए है।
मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य ने बैठक में सामान्य जन में संचालित चिकित्सीय योजनाओं के विषय में विस्तार से चर्चा की गयी। जिन-जिन सीएचसी व पीएचसी में इस योजना की प्रगति खराब है, उनके प्रभारी चिकित्सों को कारण बताओं नोटिस व उनके नीचे के कर्मचारियों का वेतन रोका जाए। इसी तरह उन्हे फस्र्ट रेफरल यूनिट की समीक्षा करते हुए उन्होने कहा कि जिले की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया कि इसमें चल रही प्रगति की निरन्तरता बनी रहनी चाहिए। इसी तरह उन्होने वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में कहा कि जिले को वैक्सीनेशन का जो भी लक्ष्य प्राप्त हुआ वह ससमय पूरा होना चाहिए। अगर जो भी इस कार्य में लापरवाही करता है उसका तुरंत वेतन रूकना चाहिए। उन आशाओें का प्रोत्साहित किया जाए जो अपना काम निष्ठा व ईमानदारी के साथ कर रहीं हैं।
उन्हे अवगत कराया गया कि 20 आशाओं के उपर एक संगिनी होती है, तो 20 आशाओं को देखती है। आरबीएसके की टीम के लिए उन्होने कहा कि इस टीम के सभी सदस्य बच्चों के स्वास्थ्य का भलि-भांति निरीक्षण करें, ताकि बच्चें कुपोषण मुक्त हो। इसी तरह राष्ट्रीय कुष्ट नियंत्रण अभियान के सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी को अवगत कराया कि जनपद में 2 सितम्बर से 15 सितम्बर तक सघन कुष्ट रोग खोज अभियान चलाया जा रहा है। बैठक में मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डा. बलवीर सिंह, सीएमओ रामबदन राम एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।