शिकोहाबाद। उच्च न्यायलय द्वारा अधिवक्ता हड़ताल व शोक संवेदनाओं पर रोक लगाने का आदेश पारित किया है। इसके विरोध में अधिवक्ताओं ने बुधवार को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन उप.जिलाधिकारी को सौंप कर अपना विरोध प्रकट किया।
उच्च न्यायलय द्वारा अधिवक्ताओं की हड़ताल व शोक.संवेदनाओं पर रोक लगाने के विरोध में रेवेन्यू वार एसोशियेशन ने बुद्धवार को हड़ताल कर अपना विरोध प्रकट किया। हरिओम यादव वार अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई, जिसका संचालन उम्मेदबाबू महासचिव ने किया।
बैंठक में वक्ताओं ने कहा कि उच्च न्यायलय का आदेश अधिवक्ताओं के मौलिक अधिकारों का हनन है। इस आदेश से हम अपने साथी अधिवक्ता की मृत्यु होने पर शोक संवेदनायें व्यक्त करके न्यायिक कार्य से विरत नहीं रह पायेंगे। हम भ्रष्टाचार के विरुद्ध आन्दोलन नहीं कर सकेगे। यदि अधिवक्ता के साथ कोई अप्रिय घटना घटित हो जायेगी तब भी हम आन्दोलन या हड़ताल नहीं कर सकेगे।
अध्यक्ष ने कहा कि हमारी आजादी पर बंदिश गैर.कानूनी है जिसका हमारी वार विरोध करती है। बैठक के उपरांत मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन उप.जिलाधिकारी को सोपा। इस अवसर पर शिवकुमार शर्मा, बीएसचैहान, श्याम बाबू, अशोक यादव, कपिल श्रीवास्तव, सुभाष चंद्र, दिनेश, विनोद यादव, राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, केपी सिंह, महेश कुलश्रेष्ठ, रामकिशोर राजपूत, जय कुमार आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।