निधि तिवारी बनीं पीएम मोदी की निजी सचिव: जानिए उनकी भूमिका और करियर सफर

निधि तिवारी बनीं पीएम मोदी की निजी सचिव: जानिए उनके बारे में सबकुछ
भारत सरकार ने आईएफएस अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी सचिव नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने इस फैसले को मंजूरी दी है।
वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में कार्यरत निधि तिवारी अब निजी सचिव के रूप में अपनी सेवाएँ देंगी। वह वेतन मैट्रिक्स के स्तर 12 पर इस पद को संभालेंगी और अगले आदेश तक या सह-अवधि के आधार पर इस पद पर बनी रहेंगी।
कौन हैं निधि तिवारी?
निधि तिवारी 2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं। वह 6 जनवरी 2023 से पीएमओ में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं। इससे पहले, वह 2022 में अवर सचिव के रूप में पीएमओ में शामिल हुई थीं।
उनकी शैक्षिक और पेशेवर पृष्ठभूमि
✅ निधि तिवारी वाराणसी के महमूरगंज की रहने वाली हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र भी है।
✅ उन्होंने 2013 की UPSC सिविल सेवा परीक्षा में 96वीं रैंक हासिल की थी।
✅ UPSC की तैयारी के दौरान, उन्होंने वाराणसी में सहायक आयुक्त (वाणिज्य कर) के रूप में भी काम किया।
विदेश मंत्रालय और PMO में उनकी भूमिका
PMO में शामिल होने से पहले, निधि तिवारी विदेश मंत्रालय (MEA) में कार्यरत थीं। वहाँ उन्होंने निरस्त्रीकरण (Disarmament) और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के प्रभाग में काम किया।
पीएमओ में उनकी भूमिका और ज़िम्मेदारियाँ:
✔️ उन्होंने विदेश नीति और सुरक्षा मामलों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
✔️ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल को सीधे रिपोर्ट करती थीं।
✔️ भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही।
✔️ उन्होंने विदेश मामलों, परमाणु ऊर्जा, सुरक्षा मामलों और राजस्थान राज्य से जुड़े कार्यों को संभाला।
निधि तिवारी की नई ज़िम्मेदारी
प्रधानमंत्री के निजी सचिव के रूप में, निधि तिवारी की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी। इस पद पर रहते हुए वह पीएम मोदी के विभिन्न प्रशासनिक कार्यों और विदेश मामलों को संभालेंगी।
उनकी नियुक्ति यह दर्शाती है कि सरकार युवा और कुशल अधिकारियों को प्रमुख पदों पर नियुक्त कर रही है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि निधि तिवारी अपनी नई ज़िम्मेदारी को कैसे निभाती हैं और देश की विदेश नीति एवं प्रशासन में क्या योगदान देती हैं।