-गुरुगोविंद सिंह एवं साहिबजादों की याद में लगाए नारे
शिकोहाबाद। सिख समाज के गुरु गोविंद सिहं और उनके चार पुत्रों के बलिदान की याद में विगत एक सप्ताह से बलिदान दिवस का आयोजन किया जा रहा था। इसमें साहिबजादों की याद में प्रतिदिन कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे थे और प्रसाद वितरण हो रहा था। शनिवार को अंतिम दिन कटरा बाजार स्थित गुरुद्वारे से अंतिम अरदास निकाली गई। जिसमें समाजे के महिला-पुरुष बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। अंतिम अरदास का लोगों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
कटरा बाजार स्थित गुरुद्वारा में विगत सप्ताह से बिलदान दिवस के रूप में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे थे। विगत सात दिनों से शनि भक्तों द्वारा कटरा बाजार स्थित पावनी ब्रेकर्स पर प्रसाद वितरण किया जा रहा था। शनिवार को सप्ताह के आखिरी दिन अंतिम अरदास (जुलूस) निकाला गया। जिसमें समाज के महिला, पुरुष और बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। युवा हाथ में सिख धर्म की पताका लेकर चल रहे थे। सोनी गंभीर ने बताया कि यह कार्यक्रम गुरुगोविंद सिंह के उन सहजादों की याद में किया गया, जिन्हें जिंदा नींव में चिनवा दिया गया था।जिनमें बाबा फतेह सिंह और बाबा जोरावर सिंह थे। वहीं बाबा अजीत सिंह चमकोर की लड़ाई में शहीद हुए थे।
उन्होंने बताया कि गुरुगोविंद सिख धर्म के दसवें गुरु थे। उनसे पहले गुरु नानक देव, अंगद देव, अमरदास, रामदास, अरजन देव, हरगोविंद, हरिराय, हरिकृष्ण, तेगबहादुर हुए। कार्यक्रम कटरा बाजार स्थित गुरुद्वारा से प्रारंभ हुई और बड़ा बाजार स्थित गुरुद्वारे पर समाप्त हुआ। इस दौरान जुलूस का कई जगह स्वागत किया गया। सर्वप्रथम शनी भक्तों द्वारा कटरा बाजार में पावनी ब्रेकर्स पर, पक्का तालाब पर विशंभर दयाल एंड संस, आबकारी कार्यालय के समीप सतमल सिंह और नगर पालिका पर चेयरमैन रानी गुप्ता, ईओ सुरेंद्र प्रताप सिंह, चेयरमैन प्रतिनिधि राजीव गुप्ता, कार्यालय अधीक्षक ह्रदयराम यादव, नानक चंद्र कश्यप, दिनेश यादव सफाई निरीक्षक ने स्वागत किया।
इस अवसर पर सरदार महेंद्र सिंह, सरदार त्रिलोचन सिंह, सरदार अमर जीत सिंह, सोनी गंभीर, मोन्टी मल्होत्रा, प्रिंस मलहोत्रा, नरेंद्र सिंह मल्होत्रा,संजीव सलूजा, हैप्पी फंडा, सुरेंद्र सिंह मल्होत्रा, रविंद्र सिंह सोनू,रेसू लक्खा, काके भाई प्रधान, हरजीत सिंह धीरे, पूजा गंभीर, जूली मलहोत्रा, जसमीत मलहोत्रा, सोनिया मलहोत्रा, काजल गंभीर, पूजा चावला, सगुन कौर, मंजौत कौर, रुचि मलहोत्रा और मंजोत मलहोत्रा आदि उपस्थित रहीं।