-अवैध निर्माण को खाली करने को एक माह की मौहलत
-जेसीबी के साथ तीन थानों के पुलिस फोर्स के साथ पहुंची थी पुलिस
शिकोहाबाद। कोर्ट के आदेश का पालन कराने पहुंची थाना पुलिस को गिहार बस्ती के लोगों का विरोध का सामना करना पड़ा। प्रभारी निरीक्षक ने समझदारी दिखाते हुए गिहार बस्ती की महिलाओं से वार्ता की और उनके आग्रह पर कोर्ट अमीन से मसवरा कर उन्हें 25 जनवरी तक का समय अवैध निर्माण खाली करने की मोहलत दे दी। इस दौरान लगभग एक घंटे तक हंगामा चलता रहा।
गिहार कॉलोनी में तहसील तिराहे के सामने खाली जगह पड़ी थी। जिस पर गिहार बस्ती के लोगों ने झोंपड़ी डाल रखीं थीं। समय के साथ गिहार बस्ती के लोगों ने उस जमीन पर पक्का निर्माण कार्य कर लिया। जमीन को खाली कराने के लिए यशपाल सिंह पुत्र दुर्ग विजय सिंह ने न्यायालय में मामला डाला था। जिसे वह जीत गए। इसके बाद वर्ष 2001 में उन्होंने अवैध कब्जा को हटवाने के लिए न्यायालय में वाद दायर किया।
न्यायालय ने अपने आदेश में उक्त जमीन पर बने मकानों को ध्वस्त करने एवं कब्जा दखल दिलाने के निर्देश दिये। कोर्ट अमीन बृहस्पतिवार को तीन थानों के फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तो गिहार बस्ती की महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को देख कर महिलाओं ने भी विरोध के स्वर बढ़ा दिये। कुछ महिलाएं तो जेसीबी के सामने बैठ गईं और कहा कि पहले हमारे ऊपर से होकर जायेगा, तब हमारे मकानों पर गरजेगा। गिहार बस्ती की महिलाएं पुलिस से 25 जनवरी तक मकान खाली करने का समय मांग रहीं थी, लेकिन लिखने को कुछ भी देने से इंकार करती रहीं।
बाद में प्रशासन ने उन्हें समझाया और महिला के 25 जनवरी के बाद मकान खाली करने के आश्वासन पर कार्यवाही को रोक दिया। जमीन पर लगभग 15 लोगों के आवास बने हुए हैं, जिनमें लगभग 60 लोग बच्चे, महिला सहित रह रहे हैं। अगर प्रशासन उनके हितों को अनदेखा करता है, तो यह लोग खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर होंगे। प्रशासन को पहले उन्हें आवास उपलब्ध कराये जाएं उसके बाद उनके आशियानों को उजडा जाए। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी संख्या में तीन थानों का पुलिस फोर्स उपस्थित रहा।