शहीद फ्लाइंग लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव: मंगेतर का ‘बेबी तू आया नहीं…’ संवाद और एक वीर की विरासत

“बेबी तू आया नहीं…” – शहीद सिद्धार्थ यादव की मंगेतर का दिल दहला देने वाला विदाई संवाद
गुजरात के जामनगर में भारतीय वायुसेना के जगुआर विमान हादसे में शहीद हुए फ्लाइंग लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव को उनके पैतृक गांव भालखी माजरा (रेवाड़ी) में पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। लेकिन जो दृश्य हर किसी को रुला गया, वह था उनकी मंगेतर सानिया का पार्थिव शरीर से किया गया आखिरी संवाद।
“तूने कहा था तू आएगा…” – एक अधूरे सपने की कहानी
जैसे ही सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, सानिया ने बिलखते हुए कहा:
“बेबी तू आया नहीं मुझे लेने… तूने कहा था तू आएगा।”
यह वाक्य सुनकर वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं। दरअसल:
- 23 मार्च को ही दोनों की सगाई हुई थी
- 2 नवंबर 2024 को शादी तय थी
- सिद्धार्थ ने शादी के लिए घर भी बनवाया था
सानिया ने कहा, “मुझे उनकी शहादत पर गर्व है, लेकिन दिल नहीं मानता…”
परिवार का दर्द: “बेटा चीफ ऑफ एयर स्टाफ बनकर आता”
सिद्धार्थ के पिता सुशील यादव (स्वयं वायुसेना के पूर्व अधिकारी) ने बताया:
- “हर पिता का सपना होता है कि बेटा चीफ ऑफ एयर स्टाफ बनकर आए।”
- परिवार की 4 पीढ़ियों ने सेना में सेवा दी
- सिद्धार्थ ने 2016 में NDA पास किया था
- 2019 में फाइटर पायलट बने
मां ने जब बेटे की लेफ्टिनेंट टोपी और फोटो थामी, तो बेहोश हो गईं।
शहादत का क्षण: जब जगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ
2 अप्रैल की वह भयावह सुबह:
- जगुआर विमान जामनगर एयरबेस से उड़ा
- उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद हादसा
- सिद्धार्थ शहीद, को-पायलट मनोज कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल
सैन्य परिवार का गर्व
सिद्धार्थ के चचेरे भाई सचिन यादव ने बताया:
- परदादा: ब्रिटिश इंडियन आर्मी (बंगाल इंजीनियर्स)
- दादा: पैरामिलिट्री फोर्स
- पिता: वायुसेना अधिकारी (अब LIC में)
“हमें उनके बलिदान पर गर्व है”
राजनेताओं और अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
शहीद को अंतिम विदाई देने पहुंचे:
- पूर्व मंत्री डॉ. बनवारी लाल
- बावल विधायक डॉ. कृष्ण कुमार
- एसडीएम सुरेंद्र सिंह
- डीएसपी जोगेंद्र शर्मा