शिकोहाबाद। अखिल भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रमुख महासचिव विशेष यादव की अध्यक्षता में किसान नेताओं ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। इसके माध्यम से किसानों की चली आ रही लंबित मांगों को पूरा कराने की मांग की। इसके साथ ही किसानों पर हो रहे लाठीचार्ज एवं दमनकारी नीतियों का विरोध किया।
ज्ञापन में नेताओं ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों से वादा किया था कि भाजपा की सरकार बनने पर वे किसानों के उत्थान के लिए तीन योजनाएं लागू करेंगे। जिसमें किसानों के लिए एमएसपीगारंटी कानून बनाऊंगा, जिससे मंडी में किसानों की लूट बंद हो। किसानों की फसलों की एमएसपी स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार सीटू़50 प्रतिशत के आधार पर निर्धारित की जायेगी। सरकार बनने के तुरंत बाद कैबिनेट मीटिंग में पहली कलम से किसानों का संपूर्ण कर्जा माफ किया जायेगा। लेकिन सरकार ने इन तीनों बातों में से कोई भी बात पर अमल नहीं किया। उलटा बिजली के प्राइवेट पर काम शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली के वार्डर पर धरना प्रदर्शन कर रहा है। जब किसान दिल्ली में पैदल जाने का प्रयास करता है तो उस पर लाठी डंडे बरसाये जाते हैं। जिससे कई किसानों के चोटें पहुंची है। चेतावनी दी अगर किसानों पर उत्पीड़न करने वालों पर शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो शीघ्र तीव्र आंदोलन छेड़ा जायेगा। ज्ञापन देने वालों में सुनील यादव प्रधान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, विशेष यादव प्रमुख महासचिव, रूपेंद्र सिंह, अंजनी कुमार, गुरुदीप सिंह आदि उपस्थित रहे।