-अधिकारियों पर लगाया वादा खिलाफी का आरोप
फिरोजाबाद। नगर निगम में कार्यरत समस्त कर्मचारियों की विभिन्न ज्वलंत समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ, उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ एवं स्थानीय निकाय कर्मचारी संघ द्वारा बनाई गई संघर्ष समिति के पदाधिकारी अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार को नगर निगम परिसर में ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने नारेबाजी करते हुए नगर निगम प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया।
जिलाध्यक्ष अमित कुमार ने कहा कि संघर्ष समिति समय-समय पर समस्त कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर मांग करता चला आ रहा है। लेकिन अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों की मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा है। संघर्ष समिति द्वारा 15 दिन का मांग पत्र दिया जा रहा है, यदि 15 दिन के अंदर समस्याओं का समाधान नही हुआ, तो संघ मजबूर होकर आंदोलन करने को बाध्य होगा और भूख हड़ताल भी करेगा। उनकी मांगों में ठेका सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम मजदूरी सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग के अनुसार प्रत्येक माह 23000 रुपये दिए जाएं।
संविदा सफाई कर्मचारियों को वर्षों से रूके चले आ रहे डीए, महंगाई भत्ते का एरियर शीघ्र दिया जाए। सभी कर्मचारियों का एसीपी का भुगतान शीघ्र किया जाए। समस्त कर्मचारियों का वर्षों से रूके चले आ रहे बीमा की धनराशि का भुगतान शीघ्र कराया जाए। कर्मचारियों की वर्षों से रुकी हुई पेंशन का भुगतान किया जाए। कर्मचारियों की गर्म वर्दी व ठंडी वर्दी शीघ्र दिलाई जाए। ठेका सफाई कर्मचारियों की भर्ती संगठन को संज्ञान में लेते हुए कराई जाए। नगर निगम मृतक कर्मचारी की आश्रित नियुक्ति संगठन के माध्यम से कराई जाए। इसके साथ ही विभिन्न मांगें हैं।
धरने में उपाध्यक्ष दिनेश कुमार पचैरी, अशोक वाल्मीकि, छकौड़ीलाल, हीरा देवी, जेपी बघेल, योगेश सरन, रामखिलाड़ी वाल्मीकि, राजुल, किशन मुरारी, चंद्रमोहन चक्रवर्ती, बबलू कुमार आदि शामिल रहे।