-पूर्ण आहुति के साथ सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं संत सम्मेलन का हुआ समापन
फिरोजाबाद। अखिल भारतीय सोहम महामंडल के तत्वावधान में रामलीला मैदान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा, संत सम्मेलन और गायत्री महायज्ञ पूर्ण आहुति एवं प्रसाद वितरण के साथ संपन्न हुआ।
कथा के अंतिम दिन श्रीमद्भागवत कथा व्यास पंडित राम गोपाल शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा के श्रद्धा भाव के साथ स्मरण करने से जीब का कल्याण होता है। आज के कलयुग में पापाचार बढ़ रहा है, इस कलयुग की भवसागर से मोक्ष प्राप्त करने के लिए श्रीमद् भागवत कथा ही एक मात्र आधार है। श्रीमद् भागवत कथा धर्म और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करती है।
संत सम्मेलन में अंतिम दिन स्वामी सत्यानंद महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक सप्ताह के संत समागम में संत विद्वानों द्वारा जो भी विभिन्न धर्म विषयों पर चर्चा कर आपको ज्ञान देने का प्रयास किया गया, उस पर चिंतन मनन कर अनुसरण करने से सभी का कल्याण होगा। संत समागम से मनुष्य के अंदर के अहंकार आदि विकार समाप्त हो जाते है। सभी लोग संतों के बताए सद्मार्ग पर चलाकर अपने जीवन को सुखी और समृद्धशाली बनाएं। भगवत कृपा में सभी का जीवन सुखद और निरोगी रहे।
संत सम्मेलन में शुक्रदेवानंद महाराज, रामशरण दास महाराज, परमानंद महाराज,निगमानंद महाराज, प्रणवानंद महाराज, निश्चलानंद महाराज आदि ने भी संत समागम में धर्म चर्चा की। गायत्री महायज्ञ की पूर्ण आहुति और श्रीमद् भागवत की की आरती के साथ सात दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इस दौरान मुख्य यजमान मनोज यादव और यज्ञपति उमेश अग्रवाल, चंद्रप्रकाश शर्मा, सर्वेश दीक्षित, द्विजेन्द्र मोहन शर्मा, सम्मन सिंह यादव, उमाकांत पचैरी एड, विपिन कुमार शर्मा, शिवनारायण यादव, संजय अग्रवाल, जगदीश यादव, अनुग्रह अग्रवाल, प्रवीन अग्रवाल, विकास लहरी, अश्विनी मोहन शर्मा, पवन दीक्षित, रामावतार यादव श्याम सिंह यादव, प्रमोद कुमार राजोरिया, हरिओम वर्मा आदि मौजूद रहे।