फिरोजाबाद। विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर कोमल फाउंडेशन, वात्सल्य, लखनऊ और फोरम फॉर एडवांसिंग वूमेन एजेंडा (फावा) के संयुक्त तत्वाधान में जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सौ सैया अस्पताल, स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय परिसर में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य कैंसर जैसी घातक बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना और इसके रोकथाम के उपायों पर चर्चा करके लोगों को जानकारी देना है।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. प्रेरणा जैन (एचओडी), डॉ. दिव्या (प्रसूति स्त्री रोग विशेषज्ञ) ने स्तन कैंसर और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्तन कैंसर स्तन की कोशिकाओं में होने वाली एक गंभीर बीमारी है। लेकिन शुरुआती दौर में इसका इलाज संभव है। भारत में अक्सर यह 40 वर्ष से ऊपर उम्र की महिलाओं को होता है। लेकिन कभी-कभी यह किसी भी उम्र में हो सकता है। यह ग्रामीण क्षेत्र के मुकाबले शहरी क्षेत्र की महिलाओं में अधिक होता है। एक प्रतिशत स्तन कैंसर पुरुषों को भी हो सकता है। उन्होंने स्तन कैंसर के लक्षण एवं उसके बचाव के बारे में भी जानकारी प्रदान की।
डॉ. किरण कुमारी (एचओडी) दंतरोग विशेषज्ञ ने कहा कि तंबाकू सेवन से न सिर्फ कैंसर अपितु दिल, फेफड़े और पाचन तंत्र संबंधी बीमारियां होने के साथ यह गर्भस्थ शिशु पर भी विपरीत प्रभाव डालता है। मुंह के कैंसर अनेक स्थानों जैसे होठ, जीभ, मुंह के अंदर और गले के भीतर भी हो सकता है। तंबाकू का धुआं न सिर्फ पीने वाले बल्कि आस-पास बैठे लोगों पर भी असर डालता है। दुनिया में दस में से एक मृत्यु तंबाकू की वजह से होती है।कोमल फाउंडेशन के अध्यक्ष अश्वनी कुमार राजौरिया ने बताया कि धूम्रपान, तंबाकू, असंतुलित खानपान, और अनियमित दिनचर्या कैंसर के प्रमुख कारण हैं। उन्होंने सभी से नियमित स्वास्थ्य जांच कराने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील भी की।