NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) क्या है?



डिजिटल भुगतान (Digital Payments) आज भारत की अर्थव्यवस्था का एक अहम हिस्सा बन चुका है। मोबाइल और इंटरनेट के माध्यम से पेमेंट्स करना पहले से कहीं अधिक आसान हो गया है। इस पूरे सिस्टम को सुचारु रूप से चलाने के लिए NPCI (National Payments Corporation of India – भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम) की महत्वपूर्ण भूमिका है।

NPCI का उद्देश्य भारत में तेज़, सुरक्षित और किफायती डिजिटल पेमेंट सिस्टम तैयार करना है, जिससे आम नागरिकों, व्यापारियों और सरकारी संस्थानों को लाभ मिल सके। NPCI द्वारा विकसित UPI, RuPay, IMPS, BHIM, NACH और कई अन्य भुगतान प्रणालियाँ भारत में डिजिटल भुगतान क्रांति का नेतृत्व कर रही हैं।

इस लेख में हम NPCI के कार्य, सेवाएँ, इतिहास और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।


NPCI क्या है? (What is NPCI in Hindi?)

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) एक गैर-लाभकारी संगठन (Non-Profit Organization) है, जिसे 2008 में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के सहयोग से स्थापित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में खुदरा (retail) भुगतान और निपटान प्रणाली (settlement system) को बेहतर बनाना है।

NPCI डिजिटल पेमेंट्स को आसान, तेज और सुरक्षित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण भुगतान प्रणालियों का संचालन करता है, जैसे:
UPI (Unified Payments Interface)
RuPay Card
IMPS (Immediate Payment Service)
BHIM (Bharat Interface for Money)
AEPS (Aadhaar Enabled Payment System)
NACH (National Automated Clearing House)
NETC (National Electronic Toll Collection)

NPCI का मुख्यालय मुंबई, भारत में स्थित है, और यह भारत सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन को समर्थन देने वाला एक महत्वपूर्ण संगठन है।


NPCI का इतिहास (History of NPCI in Hindi)

📌 2008 – NPCI की स्थापना भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के सहयोग से हुई।
📌 2010 – NPCI ने IMPS (Immediate Payment Service) लॉन्च किया, जिससे 24×7 ऑनलाइन ट्रांजेक्शन संभव हुआ।
📌 2012 – RuPay डेबिट कार्ड की शुरुआत, जो भारत का पहला स्वदेशी कार्ड भुगतान नेटवर्क बना।
📌 2016UPI (Unified Payments Interface) और BHIM (Bharat Interface for Money) लॉन्च किया गया, जिससे डिजिटल पेमेंट्स में क्रांति आई।
📌 2019 – NPCI ने NETC (National Electronic Toll Collection) शुरू किया, जिससे FASTag के जरिए हाईवे टोल पेमेंट संभव हुआ।
📌 2023 – भारत में UPI ट्रांजेक्शन का मासिक वॉल्यूम 14 बिलियन से अधिक हो गया।

आज, NPCI भारत के डिजिटल भुगतान इंफ्रास्ट्रक्चर की रीढ़ बन चुका है, और इसकी सेवाएँ देशभर में करोड़ों लोगों द्वारा उपयोग की जाती हैं।


NPCI के प्रमुख उत्पाद और सेवाएँ

1. UPI (Unified Payments Interface) – भारत का सबसे लोकप्रिय डिजिटल पेमेंट सिस्टम

  • UPI एक रियल-टाइम भुगतान प्रणाली (Real-Time Payment System) है, जो अलग-अलग बैंक खातों के बीच तत्काल मनी ट्रांसफर की सुविधा देता है।
  • Google Pay, PhonePe, Paytm, BHIM, और अन्य कई ऐप UPI पर आधारित हैं।
  • यह QR कोड, मोबाइल नंबर या UPI ID के माध्यम से भुगतान की अनुमति देता है।
  • UPI Lite और UPI 123Pay जैसी नई सेवाओं के साथ इसे और भी आसान बनाया गया है।

2. RuPay Card – भारत का स्वदेशी डेबिट और क्रेडिट कार्ड

  • RuPay एक भारतीय भुगतान कार्ड नेटवर्क है, जो Visa और MasterCard का स्वदेशी विकल्प है।
  • यह डेबिट, क्रेडिट, प्रीपेड और कॉन्टैक्टलेस कार्ड की सुविधा प्रदान करता है।
  • RuPay कार्ड का उपयोग ATM निकासी, ऑनलाइन शॉपिंग, और POS मशीनों पर किया जा सकता है।

3. IMPS (Immediate Payment Service) – त्वरित बैंक ट्रांसफर सुविधा

  • IMPS के माध्यम से 24×7 रीयल-टाइम बैंक ट्रांसफर किया जा सकता है।
  • यह नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और ATM के जरिए उपलब्ध होता है।
  • इसकी सहायता से ग्राहकों को किसी भी समय तुरंत पैसा ट्रांसफर करने की सुविधा मिलती है।

4. BHIM (Bharat Interface for Money) – डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देने वाला ऐप

  • BHIM UPI पर आधारित एक सरकारी डिजिटल पेमेंट ऐप है।
  • इसे भारत में कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किया गया था।
  • BHIM ऐप से QR कोड स्कैन करके पेमेंट करना, बैंक बैलेंस चेक करना, और अन्य बैंकिंग सेवाएँ लेना संभव है।

5. AEPS (Aadhaar Enabled Payment System) – आधार आधारित बैंकिंग सेवा

  • AEPS के माध्यम से आधार नंबर और बायोमेट्रिक पहचान का उपयोग करके बैंक ट्रांजेक्शन किए जा सकते हैं।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए यह प्रणाली बेहद उपयोगी साबित हो रही है।

6. NACH (National Automated Clearing House) – ऑटोमैटिक भुगतान प्रणाली

  • यह बिल भुगतान, पेंशन, सब्सिडी, EMI और वेतन भुगतान जैसी सेवाओं को ऑटोमैटिक करने की सुविधा प्रदान करता है।
  • इससे कंपनियों और सरकारी एजेंसियों को मास पेमेंट्स करने में आसानी होती है।

7. NETC (National Electronic Toll Collection) – FASTag टोल पेमेंट सिस्टम

  • NETC के माध्यम से FASTag तकनीक का उपयोग करके टोल प्लाज़ा पर कैशलेस भुगतान किया जा सकता है।
  • यह वाहन चालकों के लिए समय और ईंधन की बचत करता है।

NPCI की विशेषताएँ और लाभ

डिजिटल इंडिया को बढ़ावा: NPCI के विभिन्न उत्पादों ने भारत में डिजिटल भुगतान को आसान और लोकप्रिय बनाया।
तेज़ और सुरक्षित लेन-देन: NPCI द्वारा संचालित सभी भुगतान प्रणालियाँ अत्यधिक सुरक्षित और तेज़ हैं।
24×7 बैंकिंग सेवाएँ: IMPS, UPI, और AEPS जैसी सेवाएँ 24 घंटे और 365 दिन उपलब्ध रहती हैं।
कम लागत वाली सेवा: NPCI के पेमेंट सिस्टम अन्य इंटरनेशनल पेमेंट सिस्टम की तुलना में सस्ता और अधिक प्रभावी है।
देशभर में स्वीकृति: RuPay कार्ड और UPI आज भारत के हर कोने में स्वीकार किए जाते हैं।

ravi kumar
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रवि कुमार एक अनुभवी और समर्पित संवाददाता हैं, जो अपने लेखन और रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। उनकी पत्रकारिता में गहरी समझ और सटीकता का मिश्रण देखने को मिलता है, जो पाठकों को हर मामले की सच्चाई से अवगत कराता है। रवि ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रभावी ढंग से रिपोर्टिंग की है, जिससे उनकी पहचान एक विश्वसनीय पत्रकार के रूप में बनी है।

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