एक्स साइबर हमला: डार्क स्टॉर्म हैकर समूह ने ली ज़िम्मेदारी

डार्क स्टॉर्म क्या है?
डार्क स्टॉर्म एक फिलिस्तीन समर्थक हैकिंग समूह है, जिसने सोमवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर हुए साइबर हमले की ज़िम्मेदारी ली है। इस हमले की वजह से वैश्विक स्तर पर 40,000 से अधिक उपयोगकर्ता प्रभावित हुए, और प्लेटफ़ॉर्म कई घंटों तक ठप रहा। बाद में इसे बहाल कर दिया गया।
एक्स के सीईओ एलन मस्क ने इस हमले को एक बड़े पैमाने पर किया गया साइबर हमला बताया। उन्होंने कहा कि यह हमला बहुत अधिक संसाधनों के साथ किया गया, जिससे संकेत मिलता है कि इसमें या तो एक बड़ा संगठित समूह या कोई देश शामिल हो सकता है।
डार्क स्टॉर्म कौन है?
डार्क स्टॉर्म एक हैक्टिविस्ट (Hacktivist) समूह है, जो उन संगठनों और सरकारों के खिलाफ साइबर हमले करता है, जिन्हें वह इज़राइल समर्थक मानता है। उनके मुख्य साइबर हमलों में शामिल हैं:
✅ DDoS हमले (Distributed Denial-of-Service) – सर्वर पर फर्जी ट्रैफ़िक भेजकर वेबसाइटों को ठप कर देना।
✅ डेटाबेस उल्लंघन – सुरक्षित और असुरक्षित वेबसाइटों में सेंध लगाना।
✅ साइबर युद्ध – सरकारी और महत्वपूर्ण सेवाओं पर साइबर हमले करना।
डार्क स्टॉर्म न केवल वैचारिक कारणों से हमले करता है, बल्कि यह साइबर हमलों की सेवाएँ भी बेचता है। उनके टेलीग्राम चैनल के अनुसार, वे DDoS हमले और डेटा चोरी जैसी सेवाएँ प्रदान करते हैं।
डार्क स्टॉर्म की प्रमुख गतिविधियाँ
🔴 नाटो और सहयोगियों को धमकी
फरवरी 2024 में, डार्क स्टॉर्म ने नाटो देशों, इज़राइल और उसके समर्थक देशों के खिलाफ साइबर हमले की धमकी दी थी। यह हमला महत्वपूर्ण सरकारी और संस्थागत सेवाओं को बाधित करने के लिए किया गया था।
🔴 रूस समर्थक संगठनों से सहयोग
डार्क स्टॉर्म ने कथित तौर पर रूस समर्थक हैकटिविस्ट समूहों के साथ मिलकर काम किया है, जिससे उनकी साइबर हमलों की पहुंच बढ़ी है। यह समूह हैकिंग टूल्स और सेवाओं को बेचने में भी शामिल है।
🔴 अमेरिकी बुनियादी ढांचे पर हमला
डार्क स्टॉर्म ने अक्टूबर 2024 में जॉन एफ. कैनेडी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर DDoS हमला करने की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले की प्रेरणा इज़राइल का समर्थन बताया गया था।
डार्क स्टॉर्म ने एक्स पर कैसे हमला किया?
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, एक्स (X) पर किया गया हमला एक बहुस्तरीय DDoS (Distributed Denial-of-Service) हमला था।
➡️ हैकर्स ने X के सर्वर पर भारी मात्रा में नकली अनुरोध भेजे, जिससे प्लेटफ़ॉर्म पर दबाव बढ़ गया और यह ठप हो गया।
➡️ इस हमले के लिए बॉटनेट (Botnet) का उपयोग किया गया, जिसमें संक्रमित कंप्यूटर, स्मार्ट कैमरे और राउटर शामिल थे।
➡️ ये उपकरण दूर से नियंत्रित किए गए, जिससे हमले को लंबे समय तक जारी रखना और रोकना मुश्किल हो गया।
हालांकि, X ने अभी तक आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की है कि इस हमले के पीछे डार्क स्टॉर्म का हाथ था या नहीं।