राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2025: थीम, इतिहास, महत्व और सुरक्षा उपाय



राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2025: थीम, इतिहास और महत्व

सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देना

हर साल 4 मार्च को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कार्यस्थल और सार्वजनिक सुरक्षा के महत्व पर जोर देता है। इसका उद्देश्य दुर्घटनाओं और खतरों को कम करना है। भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) की अगुवाई में, यह पहल सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण की आवश्यकता को उजागर करती है। 2025 में, भारत 54वाँ राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाएगा, जो व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए पाँच दशकों से अधिक के समर्पण को दर्शाता है।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2025 की थीम

सुरक्षा और कल्याण विकसित भारत के लिए महत्वपूर्ण है” “सुरक्षा और स्वास्थ्य- विकसित भारत के लिए प्रयास

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का इतिहास

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/सुरक्षा सप्ताह अभियान की शुरुआत 1971 में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता फैलाना है। 4 मार्च को मनाया जाने वाला यह दिवस NSC के स्थापना दिवस के रूप में भी जाना जाता है। इस अभियान ने सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी मुद्दों को व्यापक रूप से उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2025: मुख्य उद्देश्य

  • सुरक्षा जागरूकता का विस्तार: विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण (SHE) के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
  • कार्यस्थल सुरक्षा को बढ़ावा देना: उद्योगों और संगठनों को सुरक्षा उपायों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
  • दुर्घटनाओं को रोकना: सक्रिय सुरक्षा रणनीतियों को लागू करके कार्यस्थल के खतरों को कम करना।
  • सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना: आम जनता को रोजमर्रा की ज़िंदगी में सुरक्षा उपायों के बारे में शिक्षित करना।
  • सुरक्षा भागीदारी को प्रोत्साहित करना: व्यक्तियों और संगठनों को सुरक्षा पहलों में सक्रिय रूप से शामिल करना।

राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह 2025: प्रमुख कार्यक्रम

राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह 4 मार्च से 10 मार्च, 2025 तक मनाया जाएगा। इस दौरान विभिन्न कार्यशालाएँ, जागरूकता अभियान, सुरक्षा अभ्यास और प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी।

गतिविधिविवरण
सुरक्षा प्रतिज्ञाकर्मचारी और श्रमिक सुरक्षा मानदंडों का पालन करने की शपथ लेंगे।
प्रशिक्षण और कार्यशालाएँकार्यस्थल सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा और प्राथमिक चिकित्सा पर सत्र आयोजित होंगे।
सुरक्षा अभ्यासआग से बचाव, रासायनिक रिसाव और आपात स्थितियों के लिए मॉक ड्रिल की जाएगी।
पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगितासुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के लिए रचनात्मक प्रतियोगिताएँ होंगी।
सेमिनार और वेबिनारऔद्योगिक और व्यावसायिक सुरक्षा पर विशेषज्ञ वार्ता दी जाएगी।
सुरक्षा ऑडिटकार्यस्थलों पर खतरों की पहचान और अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण किए जाएँगे।
स्वास्थ्य जाँचकर्मचारियों के लिए व्यावसायिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने वाले चिकित्सा शिविर लगाए जाएँगे।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का महत्व

1. औद्योगिक और कार्यस्थल सुरक्षा
✔️ सुरक्षा कानूनों और विनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करता है।
✔️ कार्यस्थल दुर्घटनाओं और चोटों को कम करता है।
✔️ सक्रिय जोखिम प्रबंधन की संस्कृति को बढ़ावा देता है।

2. सार्वजनिक सुरक्षा और जागरूकता
✔️ सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर जिम्मेदार व्यवहार को प्रोत्साहित करता है।
✔️ आग, विद्युत सुरक्षा और आपातकालीन तैयारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है।

3. पर्यावरण सुरक्षा
✔️ सतत विकास और प्रदूषण नियंत्रण की वकालत करता है।
✔️ उद्योगों को पर्यावरण के अनुकूल उपाय अपनाने के लिए प्रेरित करता है।

4. स्वास्थ्य और कल्याण
✔️ सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण के महत्व पर जोर देता है।
✔️ मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पहलों को बढ़ावा देता है।

ravi kumar
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रवि कुमार एक अनुभवी और समर्पित संवाददाता हैं, जो अपने लेखन और रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। उनकी पत्रकारिता में गहरी समझ और सटीकता का मिश्रण देखने को मिलता है, जो पाठकों को हर मामले की सच्चाई से अवगत कराता है। रवि ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रभावी ढंग से रिपोर्टिंग की है, जिससे उनकी पहचान एक विश्वसनीय पत्रकार के रूप में बनी है।

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