फिरोजाबाद: राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 111284 वादों का हुआ निस्तारण

फिरोजाबाद। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा-निर्देशन में जनपद न्यायालय प्रांगण में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 111284 वादों का निस्तारण किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन जनपद न्यायाधीश डाॅ बब्बू सारंग द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश डाॅ बब्बू सारंग ने प्री-लिटिगेशन प्रणाली के महत्व एवं प्रभावशीलता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होनें बताया कि प्री-लिटिगेशन प्रक्रिया के अंतर्गत वादों का समाधान वाद दाखिल होने से पूर्व ही आपसी समझौते के माध्यम से किया जाता है। जिससे न्याय में न केवल विलंब से बचा जा सकता है, बल्कि अनावश्यक आर्थिक एवं मानसिक भार से भी निजात मिलती है।
इस प्रक्रिया में न्याय न केवल शीघ्र और सहज रूप से उपलब्ध होता है, बल्कि यह विवाद को समाधान में परिवर्तित करने का एक सशक्त माध्यम भी बनती है। लोक अदालत की कार्यवाही पूर्णतः निःशुल्क होती है, जिसमें न तो न्यायिक व्यय वहन करना पड़ता है और न ही वर्षों तक खिंचने वाली मुकदमेबाजी से गुजरना पड़ता है। यह प्रक्रिया समय, श्रम और धन की बचत के साथ-साथ सामाजिक सौहार्द और आपसी विश्वास को भी प्रोत्साहित करती है।
प्राधिकरण सचिव व अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतुल चैधरी ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 111284 वादों का निस्तारण किया। जिसमें अर्थदण्ड व समझौता राशि के रूप में 174611769 रू. बसूल किये गये है। इस दौरान पीठासीन अधिकारी महेन्द्र सिंह मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अरविन्द कुमार सिंह-।।, नगर मजिस्ट्रेट विनोद कुमार पाण्डेय, एसपी सिटी रवि शंकर प्रसाद, बार अध्यक्ष नाहर सिंह यादव व अन्य अधिवक्तागण उपस्थित रहे।