टूंडला। लक्ष्मी फार्म चुल्हाबली पर कलश यात्रा के साथ ही श्रीमद् भावगत कथा शुरू हो गयी। कलश यात्रा सरस्वती कालोनी टूंडला से शुरू हुई और हाई वे होती हुई कथा स्थल पर जाकर ही सम्पन्न हुई। कलश यात्रा में बड़ी संख्या मंे महिलाओं ने भाग लिया।
कथा वाचक राष्ट्रीय संत अरविंद पचैरी ने बताया कि कलश का धारण करने वाली महिलाओं को सौ यज्ञ का लाभ मिलता है जो कलश महिला अपने सर पर धारण करती है उस कलश में सभी देवी देवताओं का वास होता है। इसलिये सभी महिलाओं को भागवत की कलश यात्रा में शामिल होना चाहिए। जो महिला भागवत का कलश सर पर धारण करती है वो काफी सौभाग्वती होती है। कलश की महिला हमारे शास्त्रों में बतायी गयी है कि कोई भी धार्मिक कार्यक्रम जब आयोजित होता है तो सबसे पहले उसमें कलश की स्थापना ही की जाती है।
कलश यात्रा में लक्ष्मी दीक्षित, एलेश राजौरिया, कल्पना पचैरी, डाॅ निधि दीक्षित, अंजली भारद्वाज, प्रीति उपाध्याय, विनय कुमार राजौरिया, पंकज पचैरी, आशीष अग्निहोत्री, रोहित भारद्वाज, अवध प्रकाश, महेश दीक्षित, लता दीक्षित, सुमन दीक्षित, उमाशंकर वशिष्ठ, अशोक शर्मा, गरिमा उपाध्याय, नीरज शुक्ला, प्रवीन दीक्षित, महेन्द्र दीक्षित आदि उपस्थित रहे।