एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शिव नादर ने बेटी रोशनी नादर को प्रमोटर कंपनियों में 47% हिस्सेदारी गिफ्ट की

शिव नादर का रणनीतिक उत्तराधिकार फैसला
एचसीएल ग्रुप के संस्थापक शिव नादर ने एक सुनियोजित उत्तराधिकार रणनीति के तहत अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को समूह की प्रमोटर कंपनियों—एचसीएल कॉर्प और वामा दिल्ली में अपनी 47% हिस्सेदारी उपहार में दी है। इस हस्तांतरण के बाद, रोशनी नादर इन कंपनियों में नियंत्रण हासिल कर लेंगी और बहुलांश शेयरधारक बन जाएंगी। यह जानकारी कंपनी की स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से सार्वजनिक की गई है।
लेन-देन का प्रभाव
इस ट्रांसफर से पहले, एचसीएल टेक्नोलॉजीज में प्रमोटर और प्रमोटर समूह की कुल 60.814% हिस्सेदारी थी, जो 1,65,03,00,415 इक्विटी शेयरों के बराबर थी। हालांकि, शिव नादर ने एचसीएल टेक्नोलॉजीज में अपनी कोई प्रत्यक्ष हिस्सेदारी नहीं बेची, बल्कि उन्होंने प्रमोटर समूह की दो प्रमुख कंपनियों—एचसीएल कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड और वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स (दिल्ली) प्राइवेट लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी रोशनी नादर को ट्रांसफर कर दी।
इस लेन-देन के तहत:
🔹 एचसीएल टेक्नोलॉजीज की प्रमोटर होल्डिंग में 47% हिस्सेदारी स्थानांतरित हुई।
🔹 एचसीएल कॉर्पोरेशन में 0.17% और वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स में 44.17% हिस्सेदारी ट्रांसफर की गई।
गिफ्ट डीड के माध्यम से निर्बाध संक्रमण
इस ट्रांसफर को गिफ्ट डीड के रूप में निष्पादित किया गया, जो प्रमोटर समूहों के भीतर आंतरिक पुनर्गठन की एक सामान्य प्रक्रिया है। इस लेन-देन के बावजूद, एचसीएल टेक्नोलॉजीज में प्रमोटर और प्रमोटर समूह की कुल हिस्सेदारी अपरिवर्तित बनी रही, यानी 60.814% हिस्सेदारी जस की तस बनी हुई है।
एचसीएल टेक्नोलॉजीज के अनुसार, यह हस्तांतरण 6 मार्च, 2025 को किया गया था:
✅ पहली गिफ्ट डीड के तहत, वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स (दिल्ली) प्राइवेट लिमिटेड में 47% हिस्सेदारी ट्रांसफर की गई।
✅ दूसरी गिफ्ट डीड के तहत, एचसीएल कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड में 47% हिस्सेदारी ट्रांसफर की गई।
इस ट्रांसफर से पहले, शिव नादर के पास दोनों संस्थाओं में 51% हिस्सेदारी थी, जबकि रोशनी नादर के पास 10.33% हिस्सेदारी थी।
प्रबंधन और मतदान अधिकारों पर कोई प्रभाव नहीं
एचसीएल टेक्नोलॉजीज के अनुसार, इस ट्रांसफर के बावजूद:
🔹 कंपनी की इक्विटी शेयर पूंजी ₹5,42,73,30,192 बनी रहेगी।
🔹 कोई भी नए शेयर जारी नहीं किए जाएंगे, जिससे किसी तरह की शेयर होल्डिंग में कमजोर स्थिति नहीं आएगी।
🔹 यह हस्तांतरण केवल प्रमोटर समूह के भीतर हुआ है, जिससे मतदान अधिकारों या गवर्नेंस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
एचसीएल इंफोसिस्टम्स ने भी स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में पुष्टि की है कि रोशनी नादर अब एचसीएल इंफोसिस्टम्स और एचसीएल टेक्नोलॉजीज दोनों की सबसे बड़ी शेयरधारक बन गई हैं। इस ट्रांसफर के बाद:
✅ वामा दिल्ली की 12.94% हिस्सेदारी और एचसीएल कॉर्प की 49.94% हिस्सेदारी से जुड़े वोटिंग अधिकार अब रोशनी नादर के नियंत्रण में होंगे।
एचसीएल के भविष्य के लिए रणनीतिक कदम
यह कदम एचसीएल ग्रुप में नेतृत्व के उत्तराधिकार को मजबूत करता है। रोशनी नादर मल्होत्रा, जिन्होंने जुलाई 2020 में एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन के रूप में कार्यभार संभाला था, अब समूह की रणनीति को पूरी तरह से नियंत्रित करेंगी।
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से MBA करने वाली रोशनी नादर ने पिछले कुछ वर्षों में एचसीएल टेक्नोलॉजीज को $12 बिलियन की IT सेवा और परामर्श कंपनी के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है। निवेशक और बाजार विश्लेषक अब उनके नेतृत्व में एचसीएल टेक्नोलॉजीज के गवर्नेंस और रणनीतिक फैसलों पर कड़ी नजर रखेंगे।
एचसीएल टेक्नोलॉजीज का स्टॉक प्रदर्शन
HCL Tech के शेयर 11 मार्च 2025 को बाजार में मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।
📉 पिछले 1 साल में एचसीएल टेक के शेयरों में 5% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है।
📉 मार्च 2025 में अब तक 1.5% की गिरावट आई है।
📉 फरवरी में लगभग 9% की गिरावट और जनवरी 2025 में 10% की गिरावट दर्ज की गई थी।