फिरोजाबाद। अखिल भारतीय सोहम महामंडल शाखा फिरोजाबाद के तत्त्वावधान में चल रहे पंच दिवसीय संत सम्मेलन के अवसर पर सोहम पीठाधीश्वर स्वामी सत्यानंद महाराज ने सभी श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति चाहे कितना भी धन एकत्रित कर ले किंतु और अधिक प्राप्त करने की तृष्णा समाप्त नहीं होती। क्षणभंगुर जीवन का कोई पता नहीं है। कब खत्म हो जाए।
उन्होंने कहा कि भगवान की कृपा से जितनी भी स्वांसे मिली हैं उनको सही प्रकार से उपयोग में लाना चाहिए। किसी गरीब का सहारा बनें, गौसेवा करे, योग्य व्यक्ति को दान देकर सहयोगी बनें, सबके हित की सोचें। वृक्ष लगाएं, पर्यावरण बचाए, जल का उचित प्रयोग करके जल संरक्षण करें। बच्चों को श्रेष्ठ शिक्षा देकर योग्य नागरिक बनाएं।
महामंडलेश्वर शुकदेवानंद महाराज ने ईश्वर भक्ति की महिमा बताते हुए कहा हे प्राणी मेरे में मन लगा मेरा चिंतन कर इस भवसागर से पार हो जायेगा। हम सबको संसार सुख में लगता है लेकिन ऐसा है नहीं आत्मा से प्रेम करें आत्मा ही परमात्मा है। महाराज श्री ने अंतःकरण शुद्ध करने पर भी बल दिया।
वहीं भागवत आचार्य रामगोपाल शास्त्री ने कहा कि भगवान कृष्ण ने इंद्र की अभियान को ध्वस्त करते हुए बृजवासियों से गोवर्धन पर्वत की पूजा की गई। भगवान की बाल लीलाओं का मनोहारी चित्रण करते हुए समझने का प्रयास किया। अहंकार को छोड़कर भगवान की शरण में जाना चाहिए, उसी में कल्याण होता है।