फिरोजाबाद: सिद्धि और साधना की दृष्टि से विशेष हैं नवरात्र-जयप्रकाश

-सामाजिक समरसता का प्रतीक है नवरात्र
-स्वयंसेवकों ने सेवा बस्ती में किया कन्याओं का पूजन

फिरोजाबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वाधान में सेवा कार्य विभाग द्वारा नवरात्रि के छठे दिन मधुकर नगर की माधव बस्ती स्थित मायापुरी सेवा बस्ती में कन्या पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

सोमवार प्रातः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवा कार्य विभाग के सभी दायित्ववान पदाधिकारी अपने परिवार सहित एवं स्वयंसेवक बंधु मायापुरी सेवा बस्ती में पहुंचे। जहां उन्होंने कन्याओं के चरण धोए, उन्हें तिलक लगाकर माता के स्वरूप के रूप में तथा नन्हे-मुन्ने बाल गोपालों को लांगुर के रूप में पूजा। इस अवसर पर सभी स्वयंसेवक बंधुओं द्वारा सेवा बस्ती के इन नन्हे-मुन्ने बाल गोपालों का पूजन किया, सम्मान हेतु उन्हें जय माता दी की पट्टिका पहनाई गई। उन्हें हलवा, पूरी, चना, फल, उपहार इत्यादि दिए।

कन्या पूजन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चंद्रनगर महानगर की विभाग कार्यवाह जयप्रकाश जी एवं सह विभाग कार्यवाह बृजेश जी की उपस्थिति प्रमुख रही। जयप्रकाश जी ने कहा कि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक नवरात्रि भी है। जिसमें मातृशक्ति की पूजा की जाती है। उन्होंने कहा कि सिद्धि और साधना की दृष्टि से नवरात्र को अधिक महत्वपूर्ण माना गया है। इस नवरात्र में लोग अपनी आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति के संचय के लिए अनेक प्रकार के व्रत, संयम, नियम, यज्ञ व अनुष्ठान करते हैं।

हम इन दिनों माता के नव रूपों की पूजा अर्चना करते हैं जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। यह पर्व हमें समरसता का संदेश भी देता है। इसी के संदर्भ में संघ द्वारा सेवा बस्ती में इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाता रहा है। इस प्रकार के कार्यक्रम निश्चित तौर पर समाज में सामाजिक समरसता की भावना को और दृढ़ व मजबूत करने का कार्य करते हैं। कार्यक्रम का संचालन चंद्र नगर महानगर के सेवा प्रमुख सत्यम ने किया। कार्यक्रम में दखल पार्षद अवधेश वाल्मीकि का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर संघ के स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

praveen upadhyay
praveen upadhyay

शालू एक उत्साही और समर्पित पत्रकार हैं, जो पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी ताजगी और नवाचार के लिए पहचानी जाती हैं। उन्होंने विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहरी और संवेदनशील रिपोर्टिंग की है। शालू की लेखनी की विशेषता उनकी संवेदनशील दृष्टिकोण और सटीक तथ्यों की प्रस्तुति है, जो पाठकों को घटनाओं की वास्तविकता से रूबरू कराती है।

Articles: 1272