टूंडला। चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन डूबते हुए भगवान भास्कर के अध्र्य दिया गया। जिसमे व्रत करने बाले कच्चे बाँस के सूप पर ठेकुआ, नारियल, सेब, कच्चा सिंघाड़ा, मूली, गन्ना इत्यादि से भगवान भास्कर के कच्चे गाय के दूध, और गंगा जल से अध्र्य दिया।
इस दौरान सांय को को अध्र्य देने का पौराणिक कथा की भगवान भास्कर अपनी पत्नी प्रतुषा के साथ शाम को रहते हैं। जिससे सांय को अध्र्य देने से भगवान सूर्य और प्रतुषा दोनों खुश होते है। और जिंदगी मे हर समस्या दूर होती है।
इस मौके पर रिकेश महानामा, शोभा देवी, बेबी देवी, रितु राज, श्रीकृष्ण, रामावतार प्रसाद, रघुवीर झा, सुधा झा, राकेश, ऋषिकेश, गुलशन मनीष, सौरभ सोनी, रंजन, चंद्र प्रकश, एमसी मिश्रा, उमेश कुमार, सरोज, धनराज आदि उपस्थित रहे।