-विरोध के बाद पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लेकर किया चालान
शिकोहाबाद। चैमुखी मंदिर से कुछ दूरी पर संचालित मीट की दुकान संचालित होने से कुछ लोगों को परेशानी हो रही थी। जिसका ट्वीट किसी ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर कर दिया। जिसकी जांच के लिए दो पुलिसकर्मी बाइक से मीट की दुकान पर पहुंचे। जब पुलिस कर्मी ने मीट विक्रेता को थाने चलने की बात कही तो वहां बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्रित हो गईं। महिलाओं ने पुलिस का विरोध किया और मीट विक्रेता को पुलिस कर्मी से छुड़ा लिया। इसके बाद पुलिस ने एक युवक को पकड़ लिया और शांति भंग में चालान कर दिया।
थाना क्षेत्र के अंतर्गत एटा रोड स्थित चैमुखी मंदिर से लगभग 100 मीटर दूर स्थित एक मीट की दुकान संचालित है। तीन अक्तूबर से नवरात्रि प्रारंभ हो रही हैं। इससे उक्त दुकान को बंद कराने के लिए हिन्दूवादी संगठन के नाम एक युवक ने पुलिस प्रशासन को ट्वीट कर दिया था। जिसकी जांच पुलिस के पास आई थी। मंगलवार दोपहर थाना से एक उप निरीक्षक एवं एक सिपाही नीरज कुमार ट्वीट की जांच करने के लिए मीट की दुकान पर पहुंचे, तो लकड़ी के खोखे के अंदर मीट बेचा जा रहा था। दुकान के बाहर से कांच लगा हुआ था। जब सिपाही ने दुकान के अंदर काम कर रहे इकरार नामक युवक से पूछताछ की तभी उस इलाके में रह रहीं कुछ महिलाएं आगे आ गईं।
महिलाओं ने पुलिस कर्मी को चारों तरफ से घेर लिया और हंगामा करने लगीं। इस दौरान एक महिला अचानक अनियंत्रित होकर लकड़ी के खोखे पर जा गिरी। इससे दुकान के बाहर लगा हुआ कांच टूट गया। महिलाओं का पुलिसकर्मी से विवाद बढ़ गया। इस विवाद में सिपाही के खरोंच भी आई हैं। पुलिसकर्मी विवाद की स्थिति को भांपकर वहां से थाने आ पहुंचे। बाद में पहुंचे अन्य पुलिसकर्मियों ने विवाद में सामने आए एक युवक को हिरासत में ले लिया। जबकि दुकान संचालक इकरार मौका पाकर भाग गया। इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि पकड़े गए युवक समीर का शांति भंग की धारा में चालान किया है।