फिरोजाबाद: मजूदरों एवं आउटसोर्सिग कर्मचारियों की आवाज उठायेंगा भारतीय मजदूर संघ-विश्वैश्वर राय

फिरोजाबाद। भारतीय मजदूर संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की एक बैठक स्वामी बच्चू बाबा सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित की गई। बैठक में भारतीय मजूदर संघ के राष्ट्रीय मंत्री आलोक शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष विश्वैश्वर राय व प्रदेश महामंत्री अनिल उपाध्याय ने मजदूरों, आउटसोर्सिग कर्मचारियों, आशा, आंगनबाडी कार्यकत्री की समस्याओं को लेकर चर्चा की। इसके बाद मीडिया से रूबरू हुए।

प्रदेश अध्यक्ष विश्वैश्वर राय ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ एक राष्ट्रवादी संगठन है और प्रतिक्रियात्मक सहयोग के आधार पर कार्य करता है। आज मजदूर, कर्मचारी मंहगाई और बेरोजगारी के कारण परेशान है। आशा-आंगनबाडी बहनों के लिए सरकार द्वारा मानदेय आज तक लागू नहीं हो पाया है। आउटसोर्सिग संविदा कर्मचारियों को बिना नियमावली के आधार पर रखकर उनको ना तो समय से बेतन मिलता और ना ही उनकी कोई स्थायी प्रक्रिया है। सफाई कर्मचारियों को बिना सुरक्षा संसाधनों के कार्य कराया जा रहा है।

एनएचएम कर्मचारियों को सरकार द्वारा बीमा हेतु तय बजट होने के बाबजूद भी आज तक उसका क्रियान्वयन नही किया गया। उन्हें स्थानान्तरण का भय दिखाकर अनावश्यक शोषण किया जा रहा है। 108, 102 एम्बूलेंस के बर्खास्त कर्मचारियों को वार्ता के बाद भी आज तक बहाल नहीं किया गया। जिस कारण उनका परिवार भुखमरी की राह पर है। रेहडी, पटरी, दुकानदारों को आये दिन सरकार व प्रशासन द्वारा उत्पीड़न झेलना पडता हैै। सरकारी कर्मचारियों को आज तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो पाई है। जिसका भारतीय मजदूर संघ पूर्णतः विरोध करती है।

अनिल उपाध्याय प्रदेश महामंत्री बीएमएस ने कहा कि इन सभी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए भारतीय मजदूर संघ उ.प्र आगामी 27 सितम्बर को एक विशाल रैली का आयोजल लखनऊ में कर रहा है। पांच सितम्बर को सभी जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया जायेगा। ये सभी मांगे मजबूती के साथ सरकार तक पहुंचे और सरकार इन समस्याओं पर गंभीरता से संज्ञान लें। वार्ता के दौरान प्रदेश संगठल मंत्री अनुपम, जिलाध्यक्ष राजीव यादव, मीडिया प्रभारी सचिन यादव आदि मौजूद रहे।

praveen upadhyay
praveen upadhyay

शालू एक उत्साही और समर्पित पत्रकार हैं, जो पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी ताजगी और नवाचार के लिए पहचानी जाती हैं। उन्होंने विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहरी और संवेदनशील रिपोर्टिंग की है। शालू की लेखनी की विशेषता उनकी संवेदनशील दृष्टिकोण और सटीक तथ्यों की प्रस्तुति है, जो पाठकों को घटनाओं की वास्तविकता से रूबरू कराती है।

Articles: 1350