फिरोजाबाद: पुलिस ने सुक्खा गैंग के चार आरोपियों को लाखों के गहने सहित किया गिरफ्तार

फिरोजाबाद। शराब की खातिर युवक शातिर अपराधी बन गया। पहले बहन के एटीएम से रुपये निकालकर शराब पी। जब एटीएम खाली हो गया, तो मौसा के घर से सोने चांदी के जेवर चोरी कर उनसे शराब पी। पुलिस ने सुक्खा गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से करीब साढ़े सात लाख रुपये के जेवर और नगदी भी बरामद हुई है।

एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि थाना उत्तर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले सुक्खा गैंग के चार आरोपियों सचिन पुत्र छोटेलाल निवासी जैन नगर थाना उत्तर, अर्नब पुत्र धर्म नारायण निवासी हिरनगांव थाना टूंडला, राजकुमार पुत्र सोहन स्वरुप निवासी न्यू रामगढ़ थाना उत्तर व सूजल पुत्र महेश निवासी जैन नगर थाना उत्तर फिरोजाबाद को रहना के पास खाली पड़े प्लाट से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर इनके पास से करीब साढ़े सात लाख रुपये कीमत के आभूषण, 15 हजार की नगदी और एक आईफोन बरामद किया है।

पकड़े गए आरोपी अर्नव ने पुलिस को बताया कि सचिन, शिवा, रोहित और प्रांजल मिलकर उसे नशा कराते थे और उससे चोरियां करवाते थे। उसने अपने मौसा के घर से सारा जेवर चोरी कर इन्हीं को दे दिया था। इन्होंने कुछ जेवर बेचकर उसे पैसे भी दिए थे, लेकिन नशा करने के लिए उससे ले भी लिए। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि रोजगार न होने के कारण उन्होंने यह योजना बनाई। एक दिन अर्नव घर से बहन का एटीएम कार्ड लेकर आया। जिससे रुपये निकालकर उन्होंने शराब पी। रुपये खत्म होने पर उन्होंने अर्नव से सोना चोरी कराया।

एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी सचिन पर सात मुकदमे दर्ज हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष वैभव कुमार सिंह, एसएसआई महावीर सिंह, एसआई अर्जुन राठी, स्वप्निल, हेड कांस्टेबल अशोक कुमार, अजीत सिंह, नीलेश कुमार, सत्यदेव, कांस्टेबल रवि कुमार, सत्यवीर सिंह और अजय राना शामिल रहे।

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रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

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