फिरोजाबाद: सशक्त महिला ही सशक्त समाज की निर्मात्री होती है-जिलाधिकारी

-स्वंय सहायता समूहों की महिलाओं से जिलाधिकारी ने की वार्ता

फिरोजाबाद। सशक्त महिला, सशक्त समाज की निर्मात्री होती है। महिलाओं को स्वंय सहायता समूहों के माध्यम से जनपद में सशक्त किया जा रहा है।

गुरूवार को जिलाधिकारी रमेश रंजन ने विकास खण्ड हाथवंत में स्वंय सहायता की महिलाओं एवं बीएमएम के साथ विस्तृत परिचर्चा की। साथ ही उन महिलाओं से वार्ता भी की जो इस क्षेत्र में विशिष्ट कार्य कर रहीं है। स्वंय सहायता समूह से जुडी महिलाओं ने स्वंय सहायत समूह के माध्यम से मिल रहे लाभों से जिलाधिकारी को अवगत कराया। इस दौरान नीतू देवी, शोभा देवी, प्रतिभा देवी इत्यादि ने स्वंय सहायता समूहों से जुडने के पश्चात् उनके जीवन मे आए बदलाव को विस्तार से बताया।

मार्ग श्री इण्टरप्राइजेज के मालिक सिंह राज सिंह ने कहा कि मैं अपने यहां स्वंय सहायता समूह की महिलाओं से उत्पादोें का निर्माण कराऊंगा, मेरे यहां 500 से 1000 खिलौने प्रतिदिन बनते है, मैं चाहता हूॅ कि मेरे यहां ज्यादा से ज्यादा महिलाऐं भागीदारी करें, इसके लिए जरूरी है इन महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाए। प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात् मेरे द्वारा इन महिलाओं को उत्पादों के निर्माण में लगाया जाएगा। 

जिलाधिकारी ने कहा कि 40 से 50 कम्पनियां ऐसी है कि जो आपके साथ एमओयू करने के लिए तैयार है, बस जरूरत है कि आपका समुचित प्रशिक्षण हो। जिलाधिकारी ने कहा कि जितनी भी नई चीजेें आ रही है, उनका आप प्रशिक्षण प्राप्त करें नई तकनीक से जुडें़ और अपने आप को सशक्त बनाए, क्योकि हमारी सरकार का भी उददेश्य ही है कि सशक्त महिला से सशक्त समाज बनता है। इसके लिए आर्थिक सशक्तिकरण जरूरी है।

इसके पश्चात् जिलाधिकारी ने एएनएम में प्रशिक्षित महिलाओं से वार्ता की। जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी के ऊपर महत्वपूर्ण दायित्व है, जिनका निर्वहन आपको सेवा भाव से करना चाहिए, जिससे महिलाऐं लाभ प्राप्त कर सके। बच्चे स्वस्थ्य पैदा हो, कुपोषण मुक्त हो। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅॅ रामबदन राम, अपर जिलाधिकारी वि./रा. विशु राजा, एलडीएम, सहित सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहें।

 

praveen upadhyay
praveen upadhyay

शालू एक उत्साही और समर्पित पत्रकार हैं, जो पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी ताजगी और नवाचार के लिए पहचानी जाती हैं। उन्होंने विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहरी और संवेदनशील रिपोर्टिंग की है। शालू की लेखनी की विशेषता उनकी संवेदनशील दृष्टिकोण और सटीक तथ्यों की प्रस्तुति है, जो पाठकों को घटनाओं की वास्तविकता से रूबरू कराती है।

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