फिरोजाबाद: इस संसार में वैरागी संत को छोड़ सभी मनुष्य भय ग्रस्त है-आचार्य वसुंनंदी

फिरोजाबाद। महावीर जिनालय में गुरु वसुंनंदी महाराज का गुरुभक्तों को प्रतिदिन आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है। मीठे प्रवचन के लिए विख्यात गुरुदेव अपने गुरुभक्तों के लिए मोक्ष का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।

प्रातः काल श्री जिनाभिषेक शांतिधारा के पश्चात् आचार्य वसुनंदी गुरूदेव ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस संसार में प्रत्येक प्राणी भय से ग्रसित है क्योंकि उसे भगवान पर तो विश्वास है, परन्तु स्वयं पर विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य भगवान की पूजा भक्ति तो करता है, लेकिन फिर भी एक अनचाहे भय से भयभीत रहता है। जैसे धनवान को अपने धन का भय बना रहता है कि कहीं चोरी न हो जाये।

व्यापारी को व्यापार में उतार चढ़ाव का भय, नेताओं को अपनी कुर्सी का भय, नौकरी पेशा मनुष्य को अपनी नौकरी जाने का भय इस तरह आप देखें, हर मनुष्य को कोई न कोई भय हमेशा बना रहता है। परन्तु एक वैरागी संत जिसने सब कुछ त्याग दिया है, उसे किसी भी प्रकार का कोई भी भय नहीं रहता। वह तो केवल अपने आत्म कल्याण में ही लगा रहता है। अतः है भव्य जीवो धीरे-धीरे इस संसार के भय से मुक्त होकर अपनी आत्मा का कल्याण करो।

 

Ravi
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रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

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