-सुहागनगरी में धूमधाम से निकली रामकथा की मंगल कलश यात्रा
फिरोजाबाद। हनुमान जयंती महोत्सव समिति के तत्वाधान में रामकथा की भव्य मंगल कलश यात्रा राधाकृष्ण मंदिर से गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। कलश यात्रा 201 सौभाग्यशाली महिलाएं सिर पर मंगल कलश धारा कर चल रही थी। कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
रामकथा की कलश यात्रा राधाकृष्ण मंदिर से प्रारम्भ होकर सदर बाजार, शास्त्री मार्केट, गंज चैराहा, पुराना डाकखाना चैराहा, पथवारी माता मंदिर, अग्रसेन चैक होते हुए रामलीला मैदान में बने कथा पंडाल में पहुंचकर सम्पन्न हुई। कलश यात्रा में 201 सौभाग्यशली महिलाऐं पीत वस्त्र धारण कर अपने सिर सुसज्जित कलशों को धारण कर धार्मिक भजन गाती चल रही थी। उनके पीछे फूलो से सुुसज्जित रथ में हरिद्वार धाम से पधारी राम कथा वाचक साध्वी विश्वेश्वरी देवी विराजमान थी।
वहीं रामकथा के मुख्य यजमान बीना मित्तल, चट्टनलाल मित्तल ईकरी वाले रामचरित्र मानस धारण कर चल रहे थे। शोभायात्रा मार्ग में श्रद्वालुओं ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। महिलाएं धार्मिक भजनों पर नृत्य कर चल रही थी। शोभायात्रा में भक्तगण जय श्रीराम के नारे लगाते हुए चल रहे थे। कलश यात्रा की स्थापना के बाद व्यास गद्दी से कथा व्यास साध्वी विश्वेश्वरी देवी ने भक्तों को संबोधित करते हुए मानव को रामचरित्र मानस से सीख लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि रामचरित्र मानस एक-एक पात्र मर्यादा, त्याग, भक्ति और धर्म पालन की सीख देते है।