फिरोजाबाद: नई शिक्षा नीति के अंतर्गत मेंटॉरिंग एवं काउन्सलिंग प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित हुई कार्यशाला

फिरोजाबाद। महात्मा गाँधी बालिका विद्यालय (पीजी) कॉलेज के तत्वावधान में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत मेंटॉरिंग एवं काउन्सलिंग प्रकोष्ठ के द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला का शुभारम्भ महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ अंजु शर्मा, डॉ अनुराग पालीवाल आगरा कॉलेज, आगरा, डॉ बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय के मेंटॉरिंग एवं काउन्सलिंग प्रकोष्ठ की सदस्या डॉ पूनम तिवारी ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यशाला की संयोजक तथा कोर्डिंनेटर डॉ निष्ठा शर्मा ने कहा कि उच्च शिक्षा लेते समय विद्यार्थी ऐसी दहलीज पर होता है, जब उसे अपना कैरियर चुनना होता है। आज के दौर में रोजगार में मुश्किलें हैं, ऐसे में मेंटर उसके हुनर और काबिलियत को समझकर रास्ता दिखाने में मद्द कर सफलता की ओर उन्मुख करने का प्रयास करता है।

कार्यशाला के मुख्य विषय विशेषज्ञ डॉ. अनुराग पालीवाल ने प्रेरणात्मक कविता एवं उपनिषद से अपनी बात आरम्भ करते हुए कहा कि सदियों से भारत में गुरु जो शिक्षा देते आए हैं, वही आज मेंटर नाम से सम्बोधित किए जा रहे हैं। माँ, पिता, आचार्य यानि कि गुरु जो अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाये, वही मेंटर हैं। मुख्य विषय विशेषज्ञ पूनम तिवारी ने स्वयं लिखी हुई पंक्तियों से अपनी बात शुरू की। जब भटकती सी लगे राहे डगर, तू आकर मुझसे मिल ना कर फिकर। छात्राओं के साथ इंटरैक्टिव सेशन करते हुए बताया की हम स्थिति परिस्थिति में मेंटर व मेंटी दोनों की भूमिका पल-पल में निभाते है।

प्राचार्या डॉ अंजु शर्मा ने छात्राओं को अपने उद्बोधन से प्रोत्साहित करते हुए कर्मठ बनने की प्रेरणा दी। वहीं गुरु के महत्व को समझते हुए सफल जीवन की कामना की। वहीं एसो. प्रो. रीता दीक्षित, डॉ राज्यश्री मिश्रा, डॉ सीमा शर्मा ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रो. अंकिता ठाकुर व निशा ने किया। माया मधुर ने सभी आगुंतको का धन्यवाद ज्ञापित किया।

praveen upadhyay
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