-परिवार नियोजन के महत्व को दर्शाएगा पखवाड़ा
फिरोजाबाद। शासन के निर्देशानुसार जनपद में 11 से 24 जुलाई तक विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जाएगा। पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य परिवार को सीमित रखने के लिए जन जागरूकता लाना एवं परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गति प्रदान करना है। यह पखवाड़ा दो चरणों में संचालित किया जाएगा। पहला चरण 27 जून से 10 जुलाई तक दंपति संपर्क पखवाड़ा तथा दूसरा चरण 11 से 24 जुलाई तक सेवा प्रदायगी पखवाड़ा होगा। पखवाड़े की तैयारियां पूर्ण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। यह जानकारी सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. नरेंद्र सिंह ने दी।
सीएमओ डॉ. सिंह ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस हर साल 11 जुलाई को मनाया जाता है। इस वर्ष पखवाड़े की थीम आजादी के अमृत महोत्सव में श्हम लें यह संकल्प, परिवार नियोजन को बनाएंगे खुशियों का विकल्पश् है। उन्होंने कहा कि यह प्रजनन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह पूरे जीवन को नियोजित करने के लिए प्रेरित करता है, इसलिए इस दिवस पर परिवार नियोजन कार्यक्रम के महत्व तथा उससे जुड़ी उपलब्धियों को जन सामान्य के बीच प्रदर्शित किया जाना आवश्यक है।
एसीएमओ एवं परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस पर आम लोगों को संवेदीकृत करने के लिए विभिन्न स्तरों पर इसका सघन प्रचार- प्रसार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम परिवार नियोजन के स्थाई साधन नसबंदी के बारे में लोगों को जानकारी प्रदान करेगी तथा विभिन्न अस्थाई साधनों के बारे में भी जानकारी देगी प्रचार-प्रसार के लिए शहर तथा जनपद के सभी ब्लॉक में सारथी वाहन का भी संचालन किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोग परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जान सकें और उनको अपना सकें।
उन्होंने कहा कि दंपति संपर्क पखवाड़े के दौरान नव दंपति को परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधन अपनाने के लिए जागरूक किया जाएगा। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं एएनएम के माध्यम से सभी लक्षित दंपति तक इस जानकारी को पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। इस दौरान उपकेंद्र स्तर पर सास-बेटा-बहू सम्मेलन का भी आयोजन आशा कार्यकर्ताओं की ओर से किया जाएगा।
जिला लॉजिस्टिक मैनेजर अरविंद चैधरी ने बताया कि पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन सेवा से संबंधित सेवा प्रदाता समस्त गर्भनिरोधक सामग्री एवं अन्य आवश्यक संसाधन प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा उप स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए जाएंगे। अभियान की ऑनलाइन मॉनिटरिंग होगी तथा परिवार नियोजन सेवाओं जैसे महिला व पुरुष नसबंदी का लाभ लेने वालों को शासन से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी।