फिरोजाबाद: छात्राओं ने एमजी काॅलेज में किया जमकर हंगामा, नारेबाजी

-अभाविप व भाजपा कार्यकर्ताओं की काॅलेज प्रबंध तंत्र से हुई जमकर हाॅट-टाॅक

फिरोजाबाद। बुधवार को महात्मा गांधी बालिका महाविद्यालय में साइकिल खड़ी करने को लेकर छात्रा व प्रोफेसर में जमकर विवाद हो गया। जानकारी होने अभाविप व भाजपा कार्यकर्ता काॅलेज पहुंच गये। इस दौरान काॅलेज में भाजपा नेताओं व अभाविप कार्यकर्ताओं का काॅलेज प्रबंध तंत्र के पदाधिकारियों से जमकर विवाद हुआ। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनो पक्षों की बात सुनने के बाद में छात्राओं से तहरीर लेते हुए जांच के बाद उचित कार्रवाई करने आश्वासन दिया।

महात्मा गांधी बालिका महाविद्यालय की बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा प्रज्ञा का सुबह साइकिल को स्टैंड पर खड़ी करने को लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद काॅलेज प्रशासन ने छात्रा के भाई को काॅलेज में बुलाकर शिकायत की। इस दौरान अभाविप कार्यकर्ता नेहा सिंह के साथ में अन्य छात्राऐं भी पहुंच गई। बातचीत के दौरान ही काॅलेज प्रबंध समिति अध्यक्ष ने छात्राओं को लेकर टिप्पणी कर दी।

इस पर छात्राऐं बिफर गई। और छात्राओं ने काॅलेज में नारेबाजी शुरू कर दी। वहीं छात्राओं ने इसकी जानकारी अभाविप कार्यकर्ताओं को दी। तो अभाविप कार्यकर्ता भी काॅलेज पहुंच गए। भाजपा नेता निकुंज शुक्ला ने वहाॅ पहुंचकर काॅलेज प्रबंध तंत्र के बर्ताव का विरोध किया। काॅलेज प्रबंध समिति सचिव अनिल उपाध्याय ने काॅलेज पहुंच छात्राओं से बातचीत करने का प्रयास किया। लेकिन छात्राऐं नारेबाजी करने लगी।

प्रबंध समिति सचिव ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस फोर्स भी पहुंच गया। पुलिस ने दोनो पक्षों की बात सुनी। छात्राओं से पुलिस ने शिकायती लेकर जांच करने का आश्वासन दिया। तब जाकर मामला शांत हो सका। इस दौरान भाजपा नेता उदय प्रताप, देवेश भारद्वाज, गुड्डा पहलवान के अलावा अभाविप की नगर सदस्यता प्रमुख नेहा सिंह, अतुल चैधरी आदि मौजूद रहे।

Ravi
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रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

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