फिरोजाबाद-अभियान चलाकर गौसंरक्षण केंद्र तक पहुंचाएं गोवंश-धर्मपाल सिंह

फिरोजाबाद। सोमवार को प्रदेश सरकार के पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा विभाग के मंत्री धर्मपाल सिंह ने गोवंशों को अभियान चलाकर गोशाला में भिजवाने के आदेश दिए। इस दौरान प्रोजेक्ट के माध्यम से विभिन्न कार्यो की समीक्षा की।

समीक्षा में पशुधन विभाग द्वारा बताया गया कि जनपद में पशु चिकित्सालयों की संख्या 29 है, जिसमें 24 पशु चिकित्साधिकारी व 27 पशुधन प्रसार अधिकारी के अतिक्ति 7 वैटनरी फार्मासिस्ट कार्यरत हैं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताया कि जनपद में 41 अस्थाई व स्थाई गौशाला संचालित है जिनमें 8 गौशाला शहरी क्षेत्र में एवं 33 गौशाला ग्रामीण क्षेत्र में संचालित है। उन्होंने बताया कि 100 दिवसीय मिशन 75 लाख कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम में सेक्स्ड सॉर्टेड सीमन के कार्यक्रम में प्रदेश में जनपद चैथे स्थान पर रहा है। उन्होने बताया कि जनपद में निराश्रित गौवंश में अनुमानित संख्या 9000 है, जिसमें से अब तक 6414 गौवंशों को संरक्षित किया गया है तथा शेष गौवंश निराश्रित घूम रहे है।

मंत्री जी ने गम्भीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वह सभी खण्ड विकास अधिकारी व पशु विभाग एवं ग्रामीणों के सहयोग से 20 जनवरी से 20 फरवरी 2023 तक अभियान चलाकर गौसंरक्षण केंद्रों पर पहुचाऐं। उन्होने स्पष्ट रूप से कहा कि निराश्रित गौवंश किसानों के खेतों में और सड़कों पर दिखाई नही देना चाहिए। इसके साथ उन्होने यह भी कहा कि इसके उपरान्त यदि किसी भी पशुपालक के द्वारा गोवंश को छोड़ा जाता है तो उसके विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्यवाही भी की जायेगी।

उन्होने कहा कि 41 संचालित गौ संरक्षण केंद्रां के अतिरिक्त निर्माणाधीन गौ संरक्षण केंद्र को जल्द चालू कराया जाए। गोशालाओं को पीपी मॉडल के तहत तैयार कराया जाएगा। इस मौके पर डीएम रवि रंजन, एसएसपी आशीष तिवारी, सीडीओ दीक्षा जैन, नगर आयुक्त घनश्याम मीणा, अपर निदेशक पशुधन सहित सम्बन्धित जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहें।

praveen upadhyay
praveen upadhyay

शालू एक उत्साही और समर्पित पत्रकार हैं, जो पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी ताजगी और नवाचार के लिए पहचानी जाती हैं। उन्होंने विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहरी और संवेदनशील रिपोर्टिंग की है। शालू की लेखनी की विशेषता उनकी संवेदनशील दृष्टिकोण और सटीक तथ्यों की प्रस्तुति है, जो पाठकों को घटनाओं की वास्तविकता से रूबरू कराती है।

Articles: 1160