फिरोजाबाद: भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने शुरू किया अनिश्चिति कालीन आंदोलन

फिरोजाबाद। भारतीय किसान यूनियन भानु के पदाधिकारियों ने किसान आयोग समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश कार्यालय इमलिया उम्मरगढ़ पर अनिश्चित कालीन आंदोलन शुरू कर दिया। इससे पूर्व विधि विधान से हवन यज्ञ किया गया।

सुबह से ही कार्यालय पर प्रदेश भर से किसानों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। तीसरे पहर प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में किसानों ने अपना आंदोलन शुरू किया। मंच पर प्रदेश अध्यक्ष के अलावा अन्य संगठन के पदाधिकारी पहुंचे। जहां उन्होंने विभिन्न मांगों को मंच से लोगों के सामने साझा किया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन में शामिल होने के किसान पैदल कूच करते हुए पांडाल तक पहुंचे। जहां किसान नेता भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिजली, सड़क, पानी, किसान आयोग का गठन, किसानों के कर्जा माफ नहीं होंगे तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस आंदोलन में शामिल होने के किसान पूर्वांचल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न जिलों से शामिल होने के लिए पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह लड़ाई किसानों की लड़ाई है। किसानों के साथ सरकार वादा खिलाफी कर रही है। हमने सरकार का साथ दिया लेकिन सरकार ने किसानों की मांगों को नहीं माना, इसलिए आंदोलन को शुरू किया गया है।

भाकियू भानु पदाधिकारियों ने टूंडला तहसील में की तालाबंदी

फिरोजाबाद। फिरोजाबाद के इमलिया उम्मरगढ़ स्थित प्रदेश कार्यालय पर चल रहे भारतीय किसान यूनियन भानु के कार्यालय पर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया गया है। वहीं दूसरी ओर भानु पदाधिकारियों ने टूंडला तहसील में तालाबंदी कर दी। भानु पदाधिकारियों और पुलिस के बीच इस दौरान जमकर झड़प भी हुई।

भारतीय किसान यूनियन भानु के पदाधिकारी एकजुट होकर टूंडला तहसील पहुंच गए। जहां पहले से तैनात पुलिसकर्मियों ने भानु पदाधिकारियों को रोकने का पूरा प्रयास किया, लेकिन विरोध और पुलिस द्वारा तालाबंदी न किए जाने का प्रयास करने के बाद भी पदाधिकारियों ने जबरन गेट में ताला लगा दिया। तहसील अध्यक्ष शीलू सिकरवार का कहना है कि किसान आयोग के गठन और किसानों का कर्जा माफ कराने की मांग को लेकर प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह के निर्देशन पर तहसील में तालाबंदी की गई है। जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी, तालाबंदी जारी रहेगी।

उन्होंने कहा कि किसानों के हित को लेकर भाकियू आंदोलन कर रहा है। सरकार के मंत्री हर बार आश्वासन देकर चले जाते हैं लेकिन किसानों के हित की बात कोई नहीं करता। किसान आयोग का गठन होने के साथ ही किसानों को अपनी फसल का दाम तय करने का अधिकार मिले। ऐसा नहीं होगा, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान कई थानों का पुलिस फोर्स और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने और अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।

Ravi
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रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

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