फिरोजाबाद: सुहागनगरी पर मेहरबान इंद्रदेव, जमकर बरसे मेघा पानी पानी हुआ शहर

-दस घंटे तक लगातार वर्षा होने से हुआ जलभराव
-सुबह भींगते हुए स्कूल पहुंचे नन्हे मुन्हे बच्चे

फिरोजाबाद। सावन का महीना बीत जाने के बाद भी सुहागनगरी पर इंद्रदेव मेहरबान हैं। उमड़ घुमड़कर मेघा जमकर बरसे तो शहर पानी पानी हो गया। रुक रुककर हो रही वर्षा ने लोगों को गर्मी से राहत दी। सुबह नन्हे-मुन्हे बच्चे भींगते हुए स्कूल पहुंचे। वहीं लगातार वर्षा होने से जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। इसकी वजह से लोगों को आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा।

शुक्रवार शाम दो घंटे तक वर्षा हुई। शनिवार सुबह सात बजे से ही रिमझिम वर्षा शुरू हो गई। स्कूल जाने वाले बच्चे भींगते हुए पहुंचे। कभी रिमझिम तो कभी झमाझम वर्षा लगातार होती रही। नौकरीपेशा लोग वर्षा थमने के इंतजार में घंटों बैठे रहे, लेकिन वर्षा न थमने पर छाता लेकर नौकरी को निकले। वहीं, वर्षा अधिक होने के कारण दुकानदार भी हाथ पर हाथ रखे बैठे नजर आए। शाम चार बजे के बाद भी हल्की फुल्की फुहारें पड़ती रहीं। लगातार वर्षा होने से कोटला रोड, जलेसर रोड, स्टेशन रोड और रामलीला मैदान पर जलभराव हो गया। लोग पानी बंद होने का इंतजार करते नजर आए। नगरवासियों का कहना है कि लगातार वर्षा होने से गर्मी से तो निजात मिली, लेकिन जलभराव होने के कारण आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा।

दो दिन से हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किले बढ़ाईं

शिकोहाबाद। नगर में विगत दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। जिससे लोग काफी परेशान हैं। निचले इलाकों में पानी भर गया है। आलम यह है कि गंदगी नगर में चारों तरफ फैल गई है। कई गिलयां हैं, जहां कीचड़ भरा हुआ है। लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। पालिका प्रशासन को शिकायत करने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिससे लोगों में पालिका प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा रहा है।

नगर में विगत दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। आलम यह है कि निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। वहीं गावों में खेतों में पानी भर जाने से फसल को भी नुकसान होने की आशंका बढ़गई है। किसानों के माथे पर भी चिंता की लकीरें खिंचने लगी हैं। हालांकि अभी तक क्षेत्र में फसल को कोई नुकसान नहीं है। लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी कि दो दिन और बारिश हो सकती है, ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। इधर यादव कॉलोनी में कई गलियां हैं, जहां गंदगी और पानी भरा हुआ है। लोग घरों में कैद हैं।

स्थानीय लोगों ने कई बार पालिका को शिकायतें की,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। जिससे लोगों का गुस्सा पालिका के प्रति बढ़ता जा रहा है। जो कभी भी विस्फोटक रूप ले सकता है। नालों में सिल्ट भरी पड़ी है। जिससे निचले इलाकों में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है।

praveen upadhyay
praveen upadhyay

शालू एक उत्साही और समर्पित पत्रकार हैं, जो पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी ताजगी और नवाचार के लिए पहचानी जाती हैं। उन्होंने विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहरी और संवेदनशील रिपोर्टिंग की है। शालू की लेखनी की विशेषता उनकी संवेदनशील दृष्टिकोण और सटीक तथ्यों की प्रस्तुति है, जो पाठकों को घटनाओं की वास्तविकता से रूबरू कराती है।

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