फिरोजाबाद: चंद्रनगर में गौमय धूप यात्रा का रामभक्तों ने पुष्प वर्षा कर किया स्वागत

फिरोजाबाद। कहीं से अगरबत्ती तो कहीं से घी और चावल के साथ अन्य सामग्री इन दिनों अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के लिए पहुंच रहीं हैं। इसी के तहत मंगलवार को दीनदयाल धाम फरह मथुरा से अयोध्या जा रही गाय के गोबर से निर्मित धूप, श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा गौमय धूप यात्रा का नगर में प्रवेश पर रामभक्तों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया।

दीनदयाल धाम फरह से गौमय धूप यात्रा का शुभारंभ प्रांत प्रचारक डाॅ हरीश रौतेला जी ने हरी झंडी दिखाकर किया। यात्रा पूरे जोश के साथ आगरा होते हुए चंद्रनगर में प्रवेश हुई। जहां टूंडला, मीरा चैराहा, जैन मंदिर, आसफाबाद, दबरई, शिकोहाबाद एटा चैराह, सिरसागंज सहित दर्जनों अन्य स्थानों पर भव्य स्वागत हुआ। गौमय धूप यात्रा के स्वागत के लिए रामभक्त पंक्तिबद्ध तरीके से खड़े होकर यात्रा के दर्शन कर रहे थे और पुष्पवर्षा कर स्वागत कर रहे थे।

गौमय धूप यात्रा में प्रमुख रूप से कामधेनु गौशाला सोसायटी के मंत्री हरिशंकर, हेमेंद्र उपमंत्री, प्रांत गौसेवा प्रमुख रमाकांत उपाध्याय सहित सोसायटी के 11 कार्यकर्ता साथ चल रहे हैं। यात्रा में गाय के गोबर से निर्मित धूपबत्ती प्राण प्रतिष्ठा के लिए जा रही है, जिसका प्रयोग प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान किया जाएगा।

सुभाष तिराहे पर महानगर संघचालक प्रदीप गुप्ता, विभाग कार्यवाह ब्रजेश यादव, विभाग विशेष संपर्क प्रमुख डा रमाशंकर सिंह, महानगर कार्यवाह गौरव, सह कार्यवाह रामकुमार गुप्ता, अभिषेक शर्मा, महानगर प्रचार प्रमुख ललित मोहन सक्सेना, विभाग बौद्धिक प्रमुख अमर सिंह, अजय, भानु, विनोद गुप्ता, पवन, मेयर प्रतिनिधि सुरेंद्र राठौर, उदय प्रताप, रामनरेश कटारा, अनुपमा शर्मा, निशा धाकरे, ममता गुप्ता, पूनम सिंह, विभूति वर्मा, मुन्नी देवी, राधिका बंसल, निशा गुप्ता, अनुपम, दीपक गुप्ता कालू सहित सभी रामभक्त ने यात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।

Ravi
Ravi

रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

Articles: 2254